जयपुर Abhayindia.com राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएसी) के वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक के मामले में प्रदेश की गहलोत सरकार आरोंपों से घिरती जा रही है। भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले में आरपीएससी और एसओजी की मिलीभगत को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग एक बार फिर दोहराई है। साथ ही सांसद मीणा ने इसे लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने और गांधीवादी तरीके से आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पेपर लीक में कांग्रेस सरकार के 3 मंत्री और 5 विधायक भी शामिल हैं। इसमें दो मंत्री मुख्यमंत्री के खासमखा हैं, इसलिए सरकार निष्पक्ष जांच नहीं करवा पा रही है। इस बार पेपर लीक हुए उसमें दो दर्जन से ज्यादा बसों का इस्तेमाल किया गया। बसों में अलग-अलग जिलों में पेपर देकर अभ्यर्थियों को भेजा गया। इसकी जांच होनी चाहिए।
मीणा ने मामले में ईडी की एंट्री के भी संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही ठंड कम होगी, राजस्थान में ईडी की कार्रवाई देखने को मिलेगी। मनी लॉन्ड्रिंग के कई मामले हैं जिन मामलों में ईडी को शिकायत दी गई है। ईडी ने प्रारंभिक जांच अपने स्तर पर कर ली है अब जल्दी उसका एक्शन भी देखने को मिलेगा।
मीणा ने कहा कि इस सरकार में 16 प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। सरकार ने 10 परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं। यह सब आरपीएससी की वजह से हो रहा है।