Monday, April 21, 2025
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बीकानेर : मरी गायों को फेंकने के मामले में सिस्‍टम ने दी सफाई, जोहड़ बीड़ को बताया 4 हजार गिद्धों का आश्रय स्थल

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बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के जोहड़ बीड़ क्षेत्र में लम्‍पी रोग से मरी गायों को खुले में फेंकने के मामले को लेकर जिला प्रशासन से सफाई पेश की है। नगर निगम आयुक्‍त गोपालराम बिरदा के हवाले से जारी बयान के अनुसार, जोहड़ बीड़ राजस्थान का प्रसिद्ध गिद्ध संरक्षण क्षेत्र है। जहां देशी जाति के साथ-साथ विदेशी प्रजातियों के गिद्ध बड़ी संख्या में दिखाई देते है। करीब लगभग 226 हैक्टेयर क्षेत्र में फैला यह संरक्षण क्षेत्र गिद्धों का प्राकृतिक आवास है। प्रशासन की ओर से सम्पूर्ण क्षेत्र की सुरक्षा के लिए चारदीवारी एवं चेनलिंक फेसिंग की गई है। पिछले लगभग 50 वर्षों से यहां पर निगम ठेकेदार द्वारा मृत पशु खुले में डाले जाते हैं। ठेकेदार मृत पशु की चमड़ी, आंते, चर्बी एवं हड्डियों को निकाल कर सूखने के लिये छोड़ देता है। इस सम्पूर्ण कार्यवाही में समय लगता है। आयुक्त नगर निगम बीकानेर के अनुसार लम्पी से मृत पशुओं को सुजानदेसर, करमीसर एवं नाल क्षेत्र में समुचित दफनाया जा रहा है।

आयुक्‍त ने बताया कि जोहड़बीड़ में गैर लम्पी मृत पशु डाले जा रहे हैं। जहां यह एक माह तक खुले में रहते हैं ताकि इनके अवशेषों को गिद्ध व रेप्टर्स खा सकें और हड्डियां सूख कर उपयोग में लेने लायक हो सके। इस क्षेत्र में काफी संख्या में कुत्ते भी मौजूद हैं। ये भी इन मृत पशुओं को खाते हैं। यहां पर 8 प्रजाति के गिद्ध रिर्पाेटेड हैं तथा कुछ गिद्ध यहां के अब रेजिडेंट हो गये हैं। वर्तमान में यहा पर लगभग 4000 गिद्ध सम्पूर्ण क्षेत्र में मौजूद है। गिद्धों प्रकृति का सफाई कर्मी माना गया हैं। इनकी उपस्थिति किसी पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य का संकेतक भी होती है।

एसडीएम अस्पताल में आयोजित हुआ चिकित्सा शिविर

बीकानेर। एसडीएम राजकीय अस्पताल में बुधवार को  कैंसर रोग की पहचान, जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया।

अधीक्षक डॉ प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा रोगियों की जांच की गई एवं आवश्यक उपचार उपलब्ध करवाते हुए लोगों को गैर संचारी रोगों के लक्षणों एवं बचाव के उपायों के बारे में बताया गया।

एनसीडी शिविर प्रभारी डॉ. संजय खत्री विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा रोगियों की जांच की गई और गैर संचारी रोगों की जानकारी एवं आवश्यक उपचार उपलब्ध कराया गया। शिविर में डॉ. इन्दु दायमा दन्त चिकित्सक, ईएनटी डॉ. अनिता सिंह, डॉ रजनी चालिया, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं अन्य चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं दी। शिविर में मुख्यतया पुरुषों के मुंह फेोपाडे, ग्रासनली और अमाशय के कैंसर तथा स्त्रियों के गर्भाशय, स्तन और मुंह कैंसर से संबंधित सभी जांबे की गई एवं आवश्यक बचाव एवं उपचार बताया गया।

शिविर में 187 मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। जिसमें 4 महिलाओं का फैन्स रिंगयर लिया गया। शिविर में उच्च रक्त चाप का नया रोगी पाया गया एवं मधुमेह के नया रोगी पाये गया। फिजियो थेरपी 1 में डॉ. मनीष गहलोत एवं डॉ. ऋषि शर्मा द्वारा 23 मरीजों को थेरेपी दी गई। शिविर में 2 कैंसर मरीजों पाये साथ ही उनको सलाह व उपचार मौके पर ही दिया गया। शिविर में जिला एनसीडी इकाई से पुनित रंगा, एफसीएलओ उमेश पुरोहित, गिरधर गोपाल किराडू आदि केम्प में सहयोग प्रदान करेंगे एवं आई.ई.सी मेटिरियल का प्रचार प्रसार आम जनता में किया जायेगा।

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