Tuesday, April 30, 2024
Hometrendingछात्र संघ चुनावों में एनएसयूआई की करारी हार के बाद मचा ट्विटर...

छात्र संघ चुनावों में एनएसयूआई की करारी हार के बाद मचा ट्विटर वॉर, जमकर चल रहे शब्‍द बाण…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर Abhayindia.com  प्रदेश में हाल में संपन्‍न हुए छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई की करारी हार के बाद कांग्रेस में भी बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। आपको बता दें कि पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट की ओर से छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई की हार पर सवाल खड़े किए गए थे। इसके बाद से गहलोत और पायलट कैंप से जुड़े नेताओं के बीच जमकर ट्विटर पर जमकर शब्द बाण चल रहे हैं।

गहलोत कैंप से जुड़े एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी, विधायक संयम लोढ़ा, पायलट कैंप के अभिमन्यु पूनिया और अनिल चोपड़ा के बीच जमकर ट्विटर वॉर हुआ है। इसमें कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने भी एंट्री करते हुए एनएसयूआई की हार पर सवाल खड़े किए है। साथ ही एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी को जयचंद तक करार दे दिया।

इससे पहले आपको बता दें कि एनएसयूआई के प्रदेश अध्‍यक्ष अभिषेक चौधरी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि “एनएसयूआई का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते में इन चुनावों के परिणाम की पूर्ण जिम्मेदारी लेता हूं, हम फिर खड़े होंगे फिर लड़ेंगे लेकिन एक बात केवल यह कहना चाहता हूं भितरघात का कोई समाधान नहीं है, विभीषण-जयचंद का कोई समाधान नहीं है। पृथ्वीराज भी तेराइन लड़े और फिर गोरी छल करके जीते लेकिन अब इन जयचंदों युवा जो कांग्रेस की विचारधारा से अपने आप को आलंगित करता हैं, माफ़ नहीं करेगा।

इस पर निर्दलीय विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने भी ट्वीट करते हुए अभिषेक चौधरी की बात का समर्थन किया और लिखा कि चिरकुट मंडली तो जयचंद के ऊपर मरी जा रही है, भाई इनाम पा गए”।

ट्विटर वॉर में कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने भी एंट्री करते हुए भी एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि “माशा अल्लाह क्या कमाल बोल हैं, शून्य पर आउट होने को शानदार प्रदर्शन करने वाले यह पहले व अंतिम व्यक्ति होंगे, वैसे राजस्थान विश्वविद्यालय में सन् 2014 में एनएसयूआई के विभीषण और जयचंद कौन था”। असल में वर्ष 014 में अभिषेक चौधरी ने एनएसयूआई से बागी होकर राजस्थान विश्वविद्याललय छात्र संघ का निर्दलीय चुनाव लड़ा था और उस वक्त अनिल चोपड़ा एनएसयूआई के सिंबल पर राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे।

आपको बता दें कि इस बार प्रदेश में हुए छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई का सूपड़ा साफ हो गया है। किसी विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पदों पर एनएसयूआई के प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत पाए, राजस्थान विश्वविद्यालय में भी एनएसयूआई के प्रत्याशियों की करारी हार हुई थी।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular