








जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। इसी बीच प्रदेश भाजपा में नई बस छिड़ गई है। यह बहस टिकट को लेकर शुरू हुई है। आपको बता दें कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने हाल में राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र 70 साल बताते हुए नई लीडरशिप खड़ी करने की बात कही। उन्होंने कहा मैंने इस पर काम भी शुरू कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने यह बात जयपुर में हुए टॉक जर्नलिज्म में स्टूडेंट से बातचीत के दौरान कही। यदि पूनिया के इस फॉर्मूले के आधार पर भाजपा में टिकट बांटे गए तो करीब 38 से ज्यादा विधायक, सांसद और पूर्व विधायकों के टिकट कट जाएंगे क्योंकि ये सभी नेताओं की उम्र 70 पार या उसके आसपास हो गई है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नन्दलाल मीणा, लादूराम विश्नोई, सुंदरलाल पिलानी, तरुण राय, डॉ. रामप्रताप, रतनलाल जलधारी, हरीश चंद्र कुमावत, सुरेंद्र पारीक, कन्हैयालाल मीणा, छितरिया लाल जाटव, गोलमा देवी सपोटरा, मनोहर सिंह लाडनूं, केसाराम चौधरी, शम्भू सिंह खेतासर, सांग सिंह भाटी, कर्नल सोनाराम, अमराराम चौधरी और देवी सिंह भाटी शामिल हैं।





