Tuesday, May 14, 2024
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पुष्करणा सावा : आज सारा परकोटा बनेगा बारातघर, गली-गली मे गूंजेगा ‘केसरियो लाडो जीवंतो रे…

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बीकानेरabhayindia.com बीकानेर शहर का परकोटा आज रात को मानो बारातघर बन जाएगा। गली-गली से एक साथ कई बारातें निकलेंगी, तो पूरे वातावरण में गूंजेगा केसरियो लाडो जीवंतो रे…। मौका होगा पुष्करणा समाज के सामूहिक विवाह समारोह (ओलम्पिक) के आयोजन का। इसमें सैकड़ों लोगों की भागीदारी रहेगी। बारातियों के स्वागत सत्कार में हर कोई शामिल रहेगा। शहर की तंग गलियों से लेकर मोहल्लों और चौक सभी दुल्हन की तरह सजकर तैयार हो रहे हैं। शाम ढलते ही रंगीन रोशनियों से पूरा शहर ही चमक उठेगा।

सावे में मुख्य आकर्षण विष्णु स्वरूपी दूल्हे होंगे, जो खास तरह की पाग (खिड़किया), गुलाबी बनियान, पिताम्बर और पैरों में खड़ाऊ पहने कर ब्याह रचाने निकलेंगे, इस दृश्य के साक्षी बनेंगे सैकड़ों लोग, इसमें मुख्य रूप से प्रवासी भी शामिल होंगे, जो खासतौर पर इस सावे में शरीक होने के लिए आए हैं।

इसमें ना केवल पुष्करणा समाज बल्कि अन्य समाज के लोग भी बीकानेर की इस रियासतकालीन परम्परा को देखने के लिए आए हैं। शुक्रवार सुबह तक प्रवासियों के बीकानेर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। इसमें कोलकाता, मुम्बई, चैन्नई, दिल्ली, पूणे, बैंगलुरू, भुवनेश्वर, कटक, नागपुर सहित महानगरों में प्रवास करने वाले पुष्करणा सजातीय बंधु शामिल हुए हैं।

देर रात तक निकली गणेश परिक्रमा..

आज रात जिन दूल्हे-दुल्हन की शादी होनी है, गुरुवार रात को उनकी गणेश परिक्रमाएं निकाली गई। परम्परा के अनुसार इसमें गणेश पूजन कर परिक्रमा लगाई। शाम ढलने के साथ शुरू हुई गणेश परिक्रमाएं देर रात गली-गली से निकलती रही। वहीं आज सुबह से ही खिरोड़ा, मायरे की रस्में निभाई जाएगी।

दूल्हों का होगा सम्मान

विष्णु रूपी दूल्हों को सम्मान भी मिलेगा। कई संस्थाएंं है, तो प्राचीन परम्परा का निर्वाह करने वाले दूल्हों को सम्मानित करेगी। परशुराम सेवा समिति की और से रत्ताणी व्यास चौक में विष्णु स्वरूप दूल्हों का सम्मान किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष नवरतन व्यास के अनुसार इसमें निर्धारित समय शाम 4:00 बजे रत्ताणी व्यासों के चौक में स्थित मंच पर पहुंचने वाले प्रथम दूल्हे को 100 ग्राम चांदी का सिक्का, दूसरे को 70 ग्राम और तीसरे दूल्हे को 50 ग्राम चांदी का सिक्का दिया जाएगा। वहीं रमक-झमक संस्थान के प्रहलाद ओझा के अनुसार बारहगुवाड़ चौक में 3:30 बजे विष्णु स्वरूप दूल्हे का सम्मान किया जाएगा।

निशुल्क बांध रहे साफा-पाग

यश टर्बन’ (यश व्यास)

सावे में कई लोग निस्वार्थ भाव से निशुल्क साफा और दूल्हे के खिड़कियां पाग बांधने की सेवाएं भी दे रहे हैं। सुनील व्यास (पिन्टू) की स्मृति में ‘यश टर्बन’ (यश व्यास) व पंडित किशन रंगा परिवार की ओर से  इस सावे में निशुल्क साफा बांधने की सेवा देंगे। व्यास के अनुसार आज दोपहर 12 से शाम 8 बजे तक पुष्करणा स्टेडियम के पास में साफा बांधने का कार्यक्रम जारी रहेगा।

बाहरगुवाड़ चौक में निशुल्क साफा बंाधने की सेवा देते हुए।

वहीं, बारहगुवाड़ चौक में बीआर पुरोहित भी दूल्हे सहित उनके रिश्तेदारों के निशुल्क साफा बांधने की सेवा दे रहे हैं। बीआर पुरोहित के अनुसार यह क्रम लगातार शाम तक जारी रहेगा।  सावे को लेकर भीतरी परकोटे में धूम मची है। पाटों, चौक-मोहल्लों में रौनक परवान पर है, गाजे बाजे के साथ झमते, नाचते हुए लोग मायरा, खिरोड़ा ले जा रहे हैं। मांंगलिक गीतों गली-गली में सुनाई दे रहे हैं।

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