









बीकानेर abhayindia.com गोचर, ओरण व चारागाह की जमीन पर कब्जों को नियमन करने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ चल रहे पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के धरने को हर वर्ग के लोगों का सर्मथन मिल रहा है।
धरनास्थल पर श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की मंगलवार को पूर्णाहुति हुई। श्रीमद् भागवत गीता सार व गो कथा का वाचन बालसंत छैल बिहारी महाराज करेंगे। इससे पूर्व दोपहर 12:15 बजे कलश यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा राम गणेश मंदिर से शुरू होगी। रोजाना कथा का दोपहर 1:00 से 3:00 बजे तक चलेगी।
गोचर भूमि पर दीवार निर्माण में सहयोग देने के लिए भामाशाहों में होड़ मची हुई है। मंगलवार को बड़ी संख्या में लोगों ने सहयोग राशि में भागीदारी निभाई। भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि कथा में बालसंत महाराज ने कथा में परिक्षित मौक्ष, सुखदेव मुनि का विदा होना, यदुवंश का नाश होना व 24 प्रकार के गुरूओं की विस्तृत व्याख्या की।
इस मौके पर प्रतापसिंह राठौड़ , रामकिशन आचार्य , देवकिशन चांडक, अंशुमानसिंह भाटी, शेखर भाटी, ओमप्रकाश कुलरिया, सुनील बांठिया, भूरमल सोनी, कमलकिशोर पारीक, नितेश वासुदेव, मालचन्द जोशी, कुणाल पारीक, रवि सारस्वत सहित लोग सेवा में भागीदारी निभा रहे हैं।
लोगों में आई जागृति…
धरना स्थल पर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा कि इस धरने से आम जन में गाय व गोचर के प्रति जागृति आयी है। अब गोचर पर सरकारों की बदनियति को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। भाटी ने कहा कि बालसंत छैल बिहारी ने भागवत कथा का श्रवण कराया, इसके लिए सभी गो भक्त आभारी है। भाटी ने कहा कि वे गाय व गोचर के लिए अपनी जान को दाव पर लगाने से नहीं चुकेंगें ।
यह हुए शामिल…
धरना स्थल पर रामसिंह भाटी, भोमराज गाट, बालकिशन थानवी, मदनसिंह शेखावत , डॉ.मोहनसिंह, धीरेन्द्रपाल सिंह भाटी हाडलां, लक्ष्मणसिंह,पृथ्वीसिंह,दिलीपसिंह सूरजाराम सरपंच नाल बड़ी,किशोर सिंह शेखावत आदि मौजूद रहे।





