Sunday, May 5, 2024
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डॉ. किरोड़ी मीणा ने कहा- रीट में हुए भ्रष्टाचार से बेरोजगारों के पैसे डूब गए, मैं करूंगा दिलवाने की कोशिश

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जयपुर Abhayindia.com रीट परीक्षा के पेपर लीक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राज्‍यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि रीट में हुए भ्रष्टाचार से बेरोजगारों के पैसे डूब गए हैं। जमीनजायदाद बेचकर भ्रष्टाचारियों के हत्थे चढ़ने वाले युवा आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। सरकार को चाहिए की पीड़ित बेरोजगारों के खर्च का भुगतान सरकार जल्द से जल्द करें। डॉ. मीणा ने युवाओं से अपील की है कि रीट के नाम पर जिसने भी पैसा लिया है उसका नाम लिखकर दें जिससे वह पैसे दिलवाने की कोशिश कर सकें।

डॉ. मीणा ने बताया की सरकार ने रीट में भ्रष्टाचार के पर्याप्त तथ्यों के कारण रीट द्वितीय लेवल की परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद भ्रष्टाचार के शिकार बेरोजगारों में भय व्याप्त हो गया है कि उनके पैसे डूब गए, वे स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टोंक जिले के ग्राम रानीपुरा निवासी लोकेश मीणा की संदिग्ध मौत मिलने में नया मोड़ आया है। रीट परीक्षा के पेपर के लिए दो बड़े दलालों को करीबन 40 लाख रुपए दिए थे। जिसमें बाड़मेर और जयपुर के दो दलालों के नाम सुसाइड लेटर में मृतक ने पूरी जानकारी लिखी जो बड़ी दुखद घटना है। पता नहीं ऐसे और कितने जवान आत्महत्या करने को मजबूर होंगे यह सरकार की भयंकर विफलता का परिणाम है। लुटे बेरोजगारों को इस मुश्किल घड़ी में सहारा देते हुए उन्हें आश्वस्त करता हूं कि आपसे जितने भी पैसे लिए हैं उनका नाम लिखकर मुझे देवें, मैं आपके पैसे वापस करवाने में पूरी मदद करूंगा।

डॉ. मीणा ने सरकार से आग्रह किया कि वह रीट परीक्षा में करीबन 1 लाख 23 हजार अभ्यर्थियों के 140 से ऊपर अंक आए हैं उस परीक्षा परिणाम को सरकार सार्वजनिक करें। वरना बोर्ड एवं सरकार के व्यक्ति तथा पेपर लीक माफिया OMR सीट एवं अन्य प्रमाण को खुर्दमुर्दे कर सकते हैं। राजस्थान सरकार प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाएं ताकि इस कांड के बड़े सरगना पकड़ में आ सके। पेपर लीक गैंग को खत्म करने के लिए ठोस कानून बनाएं और रीट परीक्षा के पीड़ित बेरोजगारों को खर्च हुए उनके रुपयों का शीघ्र भुगतान करें।

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