







बीकानेरabhayindia.com मकर संक्रांति पर पतंगबाजी भी होती है। हलांकि बीकानेर में मोटेतोर पर नगर स्थापना पर ही पतंगबाजी करते हैं। इसके बावजूद एतिहात के तौर पर बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की ओर से लोगों को सावधानी बरतने के लिए सचेत किया गया है।
बीकेईएसएल के सीओओ जयंत राय चौधरी के अनुसार इस मौके पर विद्युत सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरुरत है। पतंग उड़ाने के दौरान जरा सी गलती लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। ऐसे में बिजली लाइनों से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। यदि कोई पतंग विद्युत लाइन में फंस जाए तो उसे हटाने का बिल्कुल भी प्रयास नहीं करें। लोहे अथवा एल्युमिनियम के पाइप, सरिए, गीली लकड़ी आदि को इन विद्युत लाइनों से दूर रखें। अभिभावक अपने बच्चों पर उनके पतंग उड़ाने के दौरान पूरी नजर बनाएं रखें। पतंग लूटने के दौरान भी बच्चों पर पूरा ध्यान रखें, ताकि वे विद्युत लाइनों पर उलझी पतंगों को उतारने का प्रयास नहीं करें।
इसके साथ ही पतंग उड़ाने के लिए मैटेलिक तार (चाइनीज मांझा) का उपयोग नहीं करें। चाइनीज मांझे में विद्युत सुचालक मैटल का इस्तेमाल होने से उसके विद्युत लाइन के तारों के संपर्क में आने से करंट प्रवाहित होने की आशंका रहती है। पतंग उड़ाने के दौरान विद्युत खतरे से सावधान रहे और सुरक्षित रहें।
कोहरे के बीच तारों में उलझा मांझा बढा रहा फाल्ट…
शहर में इन दिनों मौसम में आए बदलाव के कारण कभी बारिश तो कभी कोहरा व ओस गिर रही है। पतंगों को उडाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे मांझे पतंग कटने पर बिजली के तारों में उलझ जाते हैं। बारिश व ओस व कोहरे के चलते मांझा गीला होकर विद्युत का सुचालक हो जाता है। इससे लाइनों में फाल्ट आ जाते हैं और उपभोक्ताओं को बिजली बंद होने की परेशानी उठानी पडती है।



