








बीकानेर Abhayindia.com स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय की ओर से विभिन्न उच्च स्तरीय संस्थानों के साथ हुए ‘एमओयू’ का लाभ किसानों एवं कृषि विद्यार्थियों को मिले, इसके लिए प्रत्येक संस्थान के साथ किए जा सकने वाले संभावित प्रयासों की प्राथमिकताएं तय की गई हैं।
शीघ्र ही समस्त संस्थान प्रमुखों से समन्वय करते हुए इन्हें मूर्त रूप दिया जाएगा। कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने बताया कि विभिन्न विश्वविद्यालयों, आइसीएआर संस्थानों आदि के समस्त संसाधनों का लाभ कृषि विद्यार्थियों एवं किसानों को मिले, इसको देखते हुए विश्वविद्यालय की ओर से पहल करते हुए बीते नौ माह में नौ संस्थानों के साथ एमओयू किए गए हैं।
इनमें बीकानेर के तीनों राजकीय विश्वविद्यालय, उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, भारतीय सांस्कृतिक संबंध केन्द्र, स्किल यूनिवर्सिटी जयपुर, सीसीएस-नियाम आदि प्रमुख हैं। इन संस्थानों से समन्वय एवं विभिन्न गतिविधियों के समयबद्ध संचालन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
प्रो. सिंह ने बताया कि कमेटी ने बुधवार को बैठक करते हुए प्रस्ताव तैयार किए हैं। इसके अनुसार राजुवास की प्रयोगशाला, डेयरी एवं पशुपालन तकनीक, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के सांख्यिकी, गणित, अंग्रेजी एवं कम्प्यूटर विभाग, तकनीकी विश्वविद्यालय की कम्प्यूटर विज्ञान, सिविल एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेवाओं का उपयोग कृषि विद्यार्थियों के लिए किया जाना प्रस्तावित है।





