बीकानेर abhayindia.com जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि कोविड-19 के तहत विद्यालयों में खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित किया जाए। श्रीडूंगरगढ़ और कोलायत की कुछ स्कूलों में खाद्यान्न का उठाव होने और क्रय-विक्रय समिति के पास खाद्यान्न पहुंचने के बाद स्कूलों में नहीं पहुंचना गंभीर मामला है। उन्होंने जिला रसद अधिकारी को इस संबंध में संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने तथा जब तक सभी स्कूलों में खाद्यान्न नहीं पहुंच जाता है, ठेकेदार का भुगतान रोकने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय राष्ट्रीय पोषाहार सहायता समिति और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की जिला स्तरीय निष्पादन समिति की बैठक में जिले के शिक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में खाद्यान्न नहीं पहुंचा है, उसकी सूची सौंपी जाए। उन्होंने जिले के ब्लाॅक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए क्रय-विक्रय समिति से समन्वय रखे। इसके लिए एक कर्मचारी को इसका दायित्व सौंपा जाए। साथ ही ठेकेदार के लिए टाइम लाइन तय करें, इसके बावजूद भी खाद्यान्न विद्यालयों में नहीं पहुंचता है तो ठेकेदार को ब्लेक लिस्टेड किया जाए।
जिला कलक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान से मिड-डे-मील के भुगतान संबंधी जानकारी ली और बकाया दायित्वों का भुगतान संबंधित एजेन्सियों को समय पर करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जन सहभागिता योजना व नाबार्ड में स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ठेकेदार स्वीकृति कार्य नहीं करते हैं, उनका ठेका निरस्त करते हुए अमानत राशि को जब्त किया जाए। उन्होंने लाॅकडाउन के दौरान स्कूलों में रूके हुए निर्माण कार्यों को पुनः प्रारंभ करने के निर्देश दिए और कहा कि निर्माणाधीन कार्यों की गुणवतापूर्वक पर नजर रखी जाए। अभियन्ता और शिक्षा अधिकारी समय-समय पर इन कार्यों का निरीक्षण करें और निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाए।
मेहता ने स्कूली विद्यार्थियों के लिए चलाए जा रहे ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम की जानकारी ली और कहा कि बच्चों के लिए स्माइल कार्यक्रम बहुत ही उपयोगी है। उन्होंने पूछा कि कितने विद्यार्थियों के पास ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने के संसाधन है, उनका डेटा तैयार किया जाए। उन्होंने विद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद होने के दौरान ऑनलाइन शिक्षण कार्य की समीक्षा और निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में घर-घर शिक्षक भेजकर, ऑनलाइन शिक्षण के बारे में बच्चों और उनके माता-पिता को जानकारी दी जाए।
बैठक में अतिरिक्त परियोजना समन्ययक समग्र शिक्षा हेतराम सारण ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिले में विद्यालयों में निर्माण कार्यों की स्थिति व इसकी भौतिक प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों तक पहुंचने की शिक्षा विभाग ने 5 तरह की सकारात्मक पहल की है। वर्तमान में ई-कन्टेन्ट के तहत कक्षा 1-12 तक के सभी छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री साझा की गई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को रिविजन और क्विज, सोमवार से शनिवार तक डीडी राजस्थान पर दोपहर 12.30 बजे से 2.30 तक और दोपहर 3 बजे से 4.15 बजे तक शिक्षा दर्शन कार्यक्रम प्रसारित हो रहा है।
बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी बीकानेर राज कुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी उमाशंकर किराडू, ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी नोखा मोहम्मद सलीम पडिहार, सहायक परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा कैेलाश बड़गुजर सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।