बीकानेर abhayindia.com साल के सबसे बड़े सूर्य ग्रहण पर रविवार को शहर में धार्मिक अनुष्ठानों की सरिता बही। कहीं हनुमान चालीसा के पाठ, तो कहीं हवन में आहुतियां। भजन-सत्संग का सिलसिला पूरे ग्रहणकाल के दौरान चलता रहता। लोगों अपने-अपने घरों में भजन-सत्संग, हवन किए।
तो ग्रहण का मोक्ष होने पर गायों को गुड़ व दान-पुण्य किया। अमावस्या का दिन होने के कारण दान-पुण्य का विशेष महत्व रहा। श्री बजरंग धोरा धाम में यज्ञ किया गया। मंदिर पुजारी परिवार की ओर से आयोजित हवन में वीर हनुमान बाबा से कोरोना संकट से सभी को उबारने की अरदास की गई। श्रद्धालुओं ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
…तो कैसे रहेगी सामाजिक दूरी, बढ़ रहा है कोरोना का प्रभाव, परीक्षाओं पर करना होगा पुनर्विचार
यहां भी हवन
करमीसर रोड स्थित कपिल क्रीडा आश्रम में श्रद्धालुओं ने ग्रहणकाल में हवन किया। आश्रम परिसर में लाला महाराज जोशी के सान्निध्य में पंडित भवानी शंकर किराड़ू ने हवन अनुष्ठान कराया। इससे पूर्व ईष्ट देव मंत्र का जाप, हनुमान चालीसा के पाठ किए। हवन में वेदिक मंत्रों के साथ आहुतियां दी गई। श्रद्धालुओं ने ईष्ट देव से कोरोना संकट से मुक्ति दिलाने प्रर्थाना की। आयोजन से जुड़े गोपाल दास बिस्सा ने सपत्नीक आहुतियां। इस मौके पर लालचंद रंगा, संजीव व्यास, दिलीप व्यास, मुकंद, माधव सहित श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां दी।