बीकानेर abhayindia.com बीकानेर नगर निगम के उपमहापौर चुनाव में राजेन्द्र पंवार के चुने जाने के बाद उड रही खुशी की गुलाल के बीच भाजपा में भितरघात भी खुलकर सामने आ गई है। भाजपा ने महापौर चुनाव में 45 वोटों का दावा किया था, लेकिन 43 ही मिले। इसके बाद अब उपमहापौर चुनाव में 2 वोट और घट गए है। अब आंकडा 41 पर आ गया है। 2 बार खिसके 2-2 वोटों ने भाजपा की चिंता बढा दी है। इन नतीजों से यह भी साफ हो गया कि चुनाव से पहले भाजपा खेमे में चल रही असंतुष्टता की लहर से जुडी खबरें सटीक थी।
आपको बता दें कि उपमहापौर चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजेन्द्र पंवार को 41 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी जावेद पड़िहार को 39 वोट मिले हैं। इससे पहले महापौर चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुशीला कंवर को 43 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अंजना खत्री को 37 वोट मिले थे।
उपमहापौर चुनाव मे हुई भितरघात की आहट तो पहले ही आ गई थी। इस पद के लिए अरविंद किशोर आचार्य, कमल कंवर, लक्ष्मी कंवर हाडला भी दावेदार बताए जा रहे थे, लेकिन इसमें टीम अर्जुन की पसंद राजेन्द्र पंवार को भाजपा ने प्रत्याशी तय कर दिया। इसके साथ ही विरोध के स्वर शुरू हो गए। सोशल मीडिया में चली खबरों के मुताबिक राजेन्द्र पंवार को प्रत्याशी बनाने के पीछे उनके तीन बार जीतने का तर्क दिया था। इस पर अन्य दावेदारों ने भी साफ कह दिया कि वे भी तीन बार जीते हुए हैं। भाजपा में भितरघात की आहट यहीं से आनी तेज हो गई थी। बहरहाल, भाजपा के लिए यह मंथन का विषय होगा कि इतनी तगडे बंदोबस्तों के बावजूद उनके खेमे में वोट सरक कैसे गए? वहीं, यह चुनाव कांग्रेस को भी यह सोचने पर मजबूर करेगा कि यदि समय रहते वे चेत जाते तो वे 2 वोटों का फासला आसानी से पाट सकते थे।
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