







मुकेश पूनिया/ abhayindia.com पैरोल पर फरारी के छह माह बाद गिरफ्त में आए कुख्यात हार्डकोर अपराधी मोहम्मद अमीन के खुलासों से अब पुलिस की भी पोल खुलने लगी है। चौंकाने वाला खुलासा तो यह हुआ है कि बीते फरवरी में फरारी के बाद मोहम्मद आमीन बीकानेर में ही डेरा डाले रहा। शुरूआत में वह गैरसर गांव में अपने रिश्तेदार के यहां रहा। इस दौरान शहर में आता-जाता रहा और अपने गिरोह से जुड़े लोगों के साथ भी लगातार संपर्क में रहा, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकि प्रदेश के टॉप-10 कुख्यात अपराधियों में शामिल इस ईनामी अपराधी को दबोचने के लिये पुलिस के अलावा एसओजी और एटीएस भी उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
इतना ही नहीं, जिला पुलिस के आला अधिकारी भी लगातार दावा कर रहे थे कि फरार हार्डकोर अमीन की तलाश में विशेष पुलिस टीम सरगर्मी से जुटी हुई है और उसके ठिकानों पर भी लगातार निगरानी रखी जा रही है। अमीन का सुराग जुटाने के लिये खुफिया पुलिस भी लगातार अलर्ट मोड पर थी। इसके बावजूद कुख्यात हार्डकोर का फरारी के बीकानेर में मौजूदगी को लेकर पुलिस के निगरानी तंत्र पर सवाल उठ रहे है।
जानकारी में रहे फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में आये हथियार तस्कर मोहम्मद अमीन से पूछताछ करने के लिए एटीएस और एसओजी के अधिकारी बीकानेर आये है, जो उसकी फरारी से जुड़े कई तथ्यों पर पूछताछ कर रहे है। हालांकि पूछताछ में आमीन ने हथियार तस्करी के कई बड़े राज उगले हैं। उसने कई ऊंचे रसूखात वाले लोगों के नाम भी उजागर किए हैं। एटीएस-एसओजी ने सभी नामों को सूचीबद्ध किया है। लेकिन फरारी के दौरान वह जिन लोगों के साथ संपर्क में रहा उनके नाम नहीं उगल रहा है।

पूछताछ में पता चला है कि अमीन का हथियार तस्करी का बड़ा नेटवर्क है। इसने राजस्थान के अलावा यूपी, बिहार, एमपी और झारखंड में भी हथियार तस्करी का नेटवर्क चलाया हुआ है। वहां से हथियार लाकर बीकानेर, जोधपुर, नागौर, जैसलमेर, चूरू, सीकर, जयपुर सहित कई जिलों में बेचे हैं। इतना ही नहीं जेल में रहते हुए भी लोगों को हथियार मुहैया करवाए हैं। एटीएस-एसओजी अमीन से हथियार किससे ला रहा है और किन-किन को व कहां-कहां बेच रहा है, इसका पता लगाने में जुटी है।



