








बीकानेर abhayindia.com नोखा में राष्ट्रीय राजमार्ग की दशा सुधारने एवं मरम्मतीकरण की मांग को लेकर पालिका चैयरमेन नारायण झंवर के आव्हान पर उपखंड कार्यालय के सामने शुरू किया गया। आमरण अनशन मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा।

अनशन पर बैठे चैयरमेन नारायण झंवर समेत तीन-चार जनों के स्वास्थ्य में गिरावट आने पर चिकित्सकों ने अनशन खत्म करने की सलाह दी है। वहीं पालिका चैयरमेन नारायण झंवर ने बेमियादी अनशन जारी रखने का आव्हान करते हुए कहा कि नोखा में खस्ताहाल हो चुके हाईवे पर आये दिन हो रहे सड़क हादसों में लोगों की अकाल मौत हो रही है। हाईवे के मरम्मतीकरण की मांग को लेकर केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को लिखित रूप से अवगत कराये जाने के बावजूद हाईवे का मरम्मतीकरण नहीं कराया गया है।

झंवर ने चेतावनी दी है कि नोखा कस्बेवासियों के लिये मैं अंतिम दम तक संघर्ष कंरूगा, शासन-प्रशासन को हमारी मांग सुननी ही पड़ेगी। झंवर ने बताया कि नोखा के बीचों-बीच से गुजरने वाला हाईवे आज से नहीं सालों से खस्ताहाल है, जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हुए हाईवे पर आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है। पिछले सप्ताह ही तीन लोग अकाल मौत का शिकार हो चुके है।

झंवर ने कहा कि नोखा की जनता के लिये इस संघर्ष में अकेला नहीं हूं। हर वर्ग समुदाय के लोग और युवा शक्ति भी मेरे साथ है। तीसरे दिन भी जारी अनशन में चरकड़ा सरपँच सवाई सिंह राठौड़, पालिका उपाध्यक्ष निर्मल कुमार भूरा, सामाजिक कार्यकर्ता, ओमप्रकाश पारीक, छात्र नेता रामसिंह चरकड़ा, पूर्व पालिका अध्यक्ष डॉ. सीताराम पंचारिया, जगदीश सेन, मुलाराम मेघवाल रोड़ा, देवा जोशी, गोपी किशन लखारा, सुखराम भादू, पार्षद जगदीश मांझू, लीलाधर राठी, मनोज सोनी, मोडाराम सिंवर, मनोज डूडी, मनोज ओझा समेत अनेक युवा कार्यकर्ता शामिल रहे।





