








जयपुर abhayindia.com प्रदेश की गहलोत सरकार ने गंभीर और सनसनीखेज अपराधों पर तुरंत कार्रवाई के लिए जघन्य अपराध मॉनिटरिंग यूनिट के गठन की घोषणा की है। यह यूनिट एडीजी क्राइम की देखरेख में काम करेगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को अपने निवास पर हुई प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह यूनिट सनसनीखेज मामलों के प्रभावी अनुसंधान के साथ ही न्यायालय में ऐसे में मामलों की प्रभावी पैरवी करेगी। इसका प्रभारी अधिकारी आईजी रैंक का पुलिस अफसर होगा। 1 डीआईजी और 2 एसपी रैंक के अधिकारी, 2 विधि अधिकारी तथा प्रत्येक रेंज और पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में 1—1 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक या पुलिस उप अधीक्षक रैंक का अधिकारी इसमें शामिल होगा।

सीएम गहलोत ने पहलू खान मामले में पिछली सरकार पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी लापरवाही की वजह से ही अदालत से आरोपी छूट गए। मामले में कई बार अनुसंधान अफसर बदले गए। घटना में शरीक मानने के बाद भी नामजद छह आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया। घटना का वीडियो मिलने की बात कही, लेकिन आज तक मोबाइल बरामद नहीं किया गया।

उन्होंने कहा कि मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है जो 15 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। पहलू खान मामले में जिसने लापरवाही बरती उस पर कार्रवाई होगी। रतिराम मामले को लेकर गहलोत ने कहा कि कानून सबके लिए काम करेगा। कोई फर्क नहीं है हिन्दू हो या मुस्लिम। उन्होंने कहा कि आज बैठक की थी, जिसमें बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन को लेकर निर्देश दिए गए हैं। इन घोषणाओं का समय पर क्रियान्वयन किया जाएगा। साथ ही कल से राजीव गांधी की 75वीं सालगिरह को लेकर कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं।





