बीकानेर। abhayindia.com लोकसभा चुनाव- 2019 के मद्देनज़र बीकानेर संसदीय क्षेत्र में 6 मई को हुए मतदान के दौरान एक मतदान केंद्र के कार्मिकों को मतदान की गोपनीयता भंग करने का दोषी माना गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम ने इन कार्मिकों को नोटिस थमाते हुए उनसे जवाब-तलब किया है। कार्मिकों की यह लापरवाही भाजपा प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के वोट डालने के दौरान सामने आई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम ने मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी रमेश सिहाडिय़ा, एपीओ प्रथम अमित कुमार मीणा व पीओ द्वितीय मागे राम तथा पीओ तृतीय रतनसिंह को मतदान केंद्र की गोपनीयता भंग करने पर नोटिस जारी किए हैं।
नोटिस में कहा है कि बीकानेर संसदीय क्षेत्र के लिए 6 मई को हुए मतदान के दौरान बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 173 पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल जब मतदान के लिए उपस्थित हुए तो उनके साथ एक पुलिस कर्मी एवं अन्य एक व्यक्ति भी मतदान केन्द्र पर उपस्थित था। सामने आया है कि उस अन्य व्यक्ति के पास स्मार्टफोन भी था, जिससे उसके लाइव वीडियो क्लिप बनाई गई, यह सब टीवी न्यूज चैनल पर भी प्रसारित हुई।
आगे कहा गया है कि निर्वाचन संचालन निमय 1961 एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के प्रावधान के अनुसार मतदान केन्द्र पर मतदाता के अलावा अन्य कोई भी व्यक्ति मतदान केन्द्र पर प्रवेश नहीं कर सकता, जिससे मतदान की गोपनीयता बनी रहे सके। इस बारे में मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी गई थी और पीठासीन अधिकारी की पुस्तिका भी दी गई थी, जिसमें निर्देशों की जानकारी थी।
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