Tuesday, January 28, 2025
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नशे के विरुद्ध मुहिम में स्‍वयंसेवक भी निभाएं भूमिका : आईजी ओमप्रकाश

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बीकानेर Abhayindia.com ‘राष्ट्र सेवा ही सच्चा धर्म’’ यह कथन महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन अवसर पर बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने प्रकट किये। ओमप्रकाश ने स्वयंसेवकों ने कहा कि विधि विद्यार्थी होने के नाते उनका वास्तविक ध्येय समाज में सेवा का ही है और रासेयो इसके लिए एक उचित माध्यम है।

उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि विधि व्यवसाय एक नोबेल प्रोफेशन है जिसमें वंचित, पीडित की सेवा करना ही एक विधि पेशे का वास्तविक ध्येय होता है और विधि विद्यार्थी काल में रासेयो के माध्यम से वह इस कार्य को यदि सच्ची लगन और निष्ठा से करता है तो निश्चित रूप से जब वह विधि व्यवसाय के लिए न्यायालय क्षेत्र में आएगा तो उसको इन कार्यो से पर्याप्त सहायता मिलेगी।

उन्होंने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि विधि विद्यार्थी होने के नाते जब वे लोग आगे विधि व्यवसाय में आएंगे तब अपनी आत्मा की आवाज पर कार्य करें ताकि समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन भी वे अच्छे से कर पाएंगे। आईजी ओमप्रकाश ने साथ ही स्वयंसेवकों से अपील की कि समाज में नशा एक सामाजिक बुराई के रूप में व्याप्त है जिसे सभी को साथ मिलकर भगाना है तथा रासेयो एक अच्छा माध्यम है जिससे समाज में नशे के विरूद्ध एक मुहिम चलाई जा सकती है। रासेयो स्वयंसेवक समाज के हर वर्ग, जाति, समुदाय तक जाकर इसके विरूद्ध एक अभियान चलाकर बीकानेर को नशा मुक्त करने में अपनी भागीदारी का निर्वहन कर सकते है जो कि राष्ट्र के प्रति एक सच्ची निष्ठा होगी।

विशेष शिविर के शुभारम्भ में मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश, विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के अतिरिक्त कुलसचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा तथा प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने मॉं सरस्वती के चित्र पुष्प अर्पित करके तथा प्रार्थना करके की।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ. बिठ्ठल बिस्सा, अतिरिक्त कुलसचिव महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर ने स्वयंसेवकों को कहा कि वे अपने घर तक न सीमित रहकर स्वच्छता के लिए सम्पूर्ण देश के प्रति स्वच्छता के लिए संकल्पित हो। डॉ. बिस्सा ने विभिन्न उद्धरणों के माध्यम से स्वयंसेवकों को सेवा कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि वे अपने हुनर, अपनी कार्यकुशलता के माध्यम से समाज को प्रेरित करने कार्य करें

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने स्वयंसेवकों को कहा कि महाविद्यालय की रासेयो इकाइयों का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है और स्वयंसेवकों को इस गौरवमयी इतिहास से प्रेरणा लेकर कार्य करना है। उन्होंने स्वयंसेवकों को गोद लिए गांव में निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि रासेयो न सिर्फ एक योजना है बल्कि यह स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व निर्माण का एक अच्छा साधन है। अतः स्वयंसेवकों को इस तरह के आयोजनों में बढ चढ कर हिस्सा लेना चाहिए।

विशेष शिविर के उद्घाटन समारोह में रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रीतेश व्यास ने सात दिवसीय शिविर की रूपरेखा अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि रासेयो का यह सात दिवसीय विशेष शिविर घडसीसर गांव में आयोजित किया जाएगा। जिसका मुख्य विषयः- स्वच्छता, नशा मुक्ति तथा विधिक जागरूकता रहेगा। उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात द्वितीय सत्र में श्रमदान कार्य के अन्तर्गत स्वयंसेवकों के द्वारा महाविद्यालय परिसर की सफाई की।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी बालमुकुन्द व्यास ने आगन्तुकों तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा मंच का संचालन रासेयो प्रभारी डॉ रीतेश व्यास के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों का शॉल, साफा पहनाकर स्वागत किया गया तथा भारतीय संविधान की प्रस्तावना देकर सम्मानित किया गया। प्रथम दिवस के अन्त में अगले दिवस की कार्य की रूपरेखा के साथ दिन का समापन किया गया। प्रथम दिवस के कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। प्रथम दिवस के कार्यक्रम में महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. शराफत अली, डॉ. प्रीति कोचर, डॉ. पीयूष किराडू, सुनीता लूणिया, अन्जुमन उस्ता, राजश्री सुथार, चेतना ओझा, राकेश रंगा तथा रासेयो की दोनों इकाईयों के स्वयंसेवकों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।

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