Friday, September 20, 2024
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श्री पूनरासर हनुमान मन्दिर का जीर्णोद्धार कब होगा? ट्रस्‍ट ने जारी किया बयान…

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बीकानेर Abhayindia.com श्रीपूनरासर हनुमानजी मन्दिर के नवीनीकरण की सूचना के संबंध में एक दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का खंडन करते हुए श्रीपूनरासर हनुमान ट्रस्ट ने बयान जारी किया है। ट्रस्ट द्वारा मन्दिर का जीर्णोद्धार कार्य शीघ्र ही शुरु किया जाएगा, लेकिन इसकी तारीख अभी निश्चित नही हुई है। ट्रस्ट के मंत्री मनोज जैन द्वारा यह जानकारी दी गई है कि 19 जुलाई 2024 को जिला कलेक्टर बीकानेर एवं श्रीडूंगरगढ उपखण्ड अधिकारी को मन्दिर जीर्णोद्धार के लिए आवश्यक प्रशासनिक अनुमति/अनापति के लिए निवेदन किया जा चुका है। इसी प्रकार बीकानेर के सांसद एवं केन्द्रीय विधि मंत्री अजुर्नराम मेघवाल, श्रीडूंगरगढ विधायक ताराचन्द सारस्वत को भी मन्दिर जीर्णोद्धार के सन्दर्भ में सम्पूर्ण जानकारी प्रदत्त की गई। ट्रस्ट मिटिंग में सर्वसम्मति से अतिशीघ्र जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने का संकल्प लिया गया है।

पूर्व में सन् 1990-91 में श्री पूनरासर बाबा मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारम्भ किया गया था, तब नन्दलाल बागडी द्वारा न्यायालय में दावा प्रस्तुत कर जीर्णोद्धार कार्य पर रोक लगवा दी थी, 08.11.2016 को न्यायालय द्वारा ट्रस्ट के पक्ष में निर्णय पारित किया गया। निर्णय के विरुद्ध अपील प्रस्तुत की गई, जिसे अपर जिला न्यायाधिश कैम्प कोर्ट, श्रीडूंगरगढ द्वारा 12 अप्रेल 2023 को अपील खारिज कर दी गई। निर्णय के बाद से ट्रस्ट द्वारा पुनः जीर्णोद्धार कार्य की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।

मन्दिर का प्रस्तावित प्रारूप देश के प्रसिद्ध मंदिर वास्तुकार विशेषज्ञ मुकेश कुमार, कन्हैयालाल सोमपुरा द्वारा अन्तिम रूप प्रदान कर दिया गया है। प्रस्तावित प्रारूप का लकडी का मॉडल अंजनी माता मन्दिर, श्री पूनरासर में दर्शन के लिए रखा गया है। मंदिर के निर्माण में लगने वाले पत्थर की छंटनी शुरू हो गई है। शीघ्र ही पत्थर घडाई की कार्यशाला हनुमान भवन में प्रारम्भ की जा रही है।

न्यायालय के निर्णय के बाद श्री पूनरासर हनुमानजी ट्रस्ट द्वारा जीर्णोद्धार को लेकर तैयारी प्राम्भ की गई है। इससे व्यथित होकर कथित पुजारी ट्रस्ट मंत्री महावीर बोथरा द्वारा समाचार पत्र एवं सोशल मिडिया पर डिजीटल फोटो के द्वारा मन्दिर नवीनीकरण की झूठी घोषणा की गई है। विभिन्न न्यायालयों द्वारा उक्त मन्दिर के सम्पूर्ण विकास व जीर्णोद्धार का अधिकार ट्रस्ट को दिया गया है। वर्तमान में मन्दिर परिसर जो न्यायालय के आदेश से रोक दिया गया था का निर्माण वर्ष 1990 में ट्रस्ट द्वारा किया गया है। मन्दिर के चारों तरफ का परकोटा जिसमें श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए 78 कमरों का निर्माण, हनुमान भवन धर्मशाला 115 कमरों का निर्माण व अंजनी माता का मन्दिर का निर्माण ट्रस्ट द्वारा पूर्ण किया जा चुका है। श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध भोजन के लिए भोजन शाला वर्षों से संचालित हो रही है। मन्दिर व मेले के दोरान सम्पूर्ण व्यवस्था ट्रस्ट द्वारा की जाती है। यह सूचना समाज में किसी प्रकार की भ्रांति न फैलें इसलिए ट्रस्ट द्वारा जारी की गई है।

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