




बीकानेर Abhayindia.com आचार्य श्री तुलसी के 28वें महाप्रयाण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे सप्त दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम की श्रृंखला में छठे दिन रविवार को आशीर्वाद भवन में ‘’तुलसी मेरी दृष्टि में अभिव्यक्ति प्रतियोगिता और तुलसी आइडल-2024 का फाइनल मुकाबला राउंड संपन्न हुआ। जिसमें दस-दस प्रतिभागियों में कड़ा मुकाबला हुआ। देर रात तक चले कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने एक से बढक़र एक प्रस्तुति देकर निर्णायकों को चिंतन पर विवश कर दिया।
महामंत्री दीपक आंचलिया ने बताया कि समणी स्वर्णप्रज्ञा और साध्वी श्री चरितार्थ प्रभा के सानिध्य में हुए आध्यात्मिक कार्यक्रम आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के तत्वावधान में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में कोलकाता की सलौनी आंचलिया ने ‘तेरा नाम मैं गुनगुनाऊं, तेरी महिमा मैं गाकर सुनाऊं’, त्रिपुर के ऋषभ आंचलिया ने ‘तुलसी है महावीर-गांधी, तुलसी मर्यादा, तुलसी टूटी श्रद्धा सांधी’, भुवनेश्वर की साक्षी बेताला ने ‘तुलसी तेरा नाम हमको प्राणों से भी प्यारा है’, सूरतगढ़ के गौरव जैन ने ‘भक्तों के मन में बसे हो और जाह्नवी जैन सूरत ने ‘गुरुवर को निकट बिठाएं मानस के मध्य सजाएं’ गीत प्रस्तुत किए।
वहीं, लूनकरणसर की मधु गंग ने तुलसी तेरा नाम और सूरत की श्रृति चपलोत ने ‘म्हारा प्यारा गुरु राज’ और शिवांगी मेहता ने जो भी शरणे में आता, तुलसी मय वह बन जाता गीत प्रस्तुत किया। भीलवाड़ा की अंजली जैन ने ‘तुलसी तारण हारो है’ बीकानेर की अंजली जैन ने ‘तुलसी गुरुवर ’ गीत की शानदार प्रस्तुती दी।
मंच संचालन धर्मेन्द्र डाकलिया ने करते हुए बताया कि प्रतियोगिता में कुल 117 प्रतिभागी वर्चुअल शामिल हुए। इनमें से लाइव दस प्रतिभागी चुने गए। प्रतियोगिता के निर्णायक संगीतज्ञ पुखराज शर्मा, गायक रफीक सागर और डॉ. शांति आचार्य ने विजेता प्रतिभागियों का चयन किया, जिनका नाम 24 जून सोमवार को होने वाले भक्ति संध्या में पुरस्कार वितरण के साथ बताया जाएगा। कार्यक्रम में अध्यक्ष हंसराज डागा, विनोद बाफना, विनोद भंसाली, जयंत सेठिया, कुशल बाफना, किशन बैद की महत्ती भूमिका रही।





