








जयपुर Abhayindia.com राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अगले छह महीने में एक बार फिर अग्नि परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। असल में, इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को प्रदेश की 25 सीटों में से 11 सीटें गंवानी पडी है। जबकि पार्टी बीते एक दशक से क्लीन स्वीप कर रही थी। भाजपा जिन सीटों पर चुनाव हारी है उनमें से पांच सीटों पर अगले छह महीने में उपचुनाव होने हैं। ऐसे में उपचुनाव में जीत दिलाने की जिम्मेदारी सीएम शर्मा के कंधों पर रहेगी।
आपको बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव प्रदेश की पांच सीटें ऐसी हैं जिन पर विधायकों ने चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज कर ली। इनमें दौसा विधायक मुरारीलाल मीना दौसा लोकसभा सीट से, झुंझुनूं विधायक बृजेंद्र ओला झुंझुनूं से, खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल नागौर से, देवली उनियारा विधायक हरीश चौधरी टोंक-सवाई माधोपुर से तथा चौरासी विधायक राजकुमार रोत बांसवाड़ा-डूंगरपुर से सांसद चुनाव जीते। ऐसे में दौसा, झुंझुनूं, खींवसर, देवली–उनियारा और चौरासी विधानसभा सीटों पर अगले 6 महीने में उपचुनाव होंगे।





