बीकानेर Abhayindia.com आमजन को शुद्ध एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से बीकानेर में चल रहा शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान खानापूर्ति करता नजर आ रहा है। अभियान के तहत गिने-चुने स्थानों पर सैंपल ही लिए जा रहे हैं। मिलावट माफिया के गिरेबां पर अभी तक अफसर हाथ नहीं डाल पाए है। जबकि प्रदेश के कई क्षेत्रों में हजारों टन मिलावटी तेज और घी जब्त करने की कार्रवाई हो रही है। लेकिन, बीकानेर में विभाग के अफसरों को ऐसे माफिया नजर ही नहीं आ रहे हैं।
असल में, विभाग के अफसर अपने ही हिसाब से काम करते हैं। भले ही इसके लिए उन्हें सरकार से लेकर विभाग के ही आला अफसरों के निर्देशों की ही क्यों न धज्जियां उडऩा पड़े। हाल में दूध का दूध, पानी का पानी अभियान शुरू किया गया है। इसमें भी खानापूर्ति ज्यादा होती दिखाई दे रही है। लोगों के अनुसार, दूध की गुणवत्ता जांचने के लिए चलाए जा रहे अभियान के बारे में आमजन को कोई सूचना नहीं दी जा रही है। अभियान में केवल सैंपल लेने के आंकड़े तैयार किए जा रहे हैं। जबकि शहर के प्रमुख बाजारों में बड़े पैमाने पर मिलावटी दूध, पनीर धड़ल्ले से बिक रहा है लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हो रही। स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी और मिलीभगत के चलते मिलावट माफिया चैन की बांसुरी बजाकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो बीकानेर शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मिलावट माफिया शुद्ध दूध, पनीर, घी और खाद्य तेल के नाम पर नकली चीजें तैयार कर मार्केट में सस्ती दरों पर सप्लाई कर रहे हैं।
इधर, शुद्ध आहार-मिलावट पर वार अभियान के तहत आज खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा मैसर्स नवीन ट्रेडिंग कंपनी एवं मैसर्स करणीजी मार्केटिंग पर निरीक्षण एवं नमूनीकरण की कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान हल्दी, मिर्ची और धनिया पाउडर, काला नमक, चना मसाला, किचन किंग मसाला तथा गरम मसालों के 7 नमूने लिए गए। इन्हें जांच के लिए जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भिजवाया जाएगा। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत नियम सम्मत कार्यवाही की जाएगी। कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानू प्रताप सिंह, सुरेंद्र कुमार तथा राकेश गोदारा शामिल रहे।