बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर की ऐतिहासिक धरोहर पब्लिक पार्क का मुख्य दरवाजा गत कई महीनों से टूटा पड़ा है जिसमें एक गेट तो पार्क में दीवार के सहारे पड़ा हुआ है व दूसरा गेट टूटकर लटका हुआ है जो कभी भी किसी राह चलते पैदल या किसी वाहन चालक को अपनी चपेट में ले सकता है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्त्ता चौरूलाल सुथार ने 8 अप्रैल 2024 को स्थिति से एक प्रतिवेदन के जरिये अवगत भी कराया गया था लेकिन आज तक कोई कार्यवाही अमल में नही आ सकी है।
आपको बता दें कि वर्ष 2020 में भी यह गेट टूटा था व वापस गेट लगाए भी गए लेकिन वे भी वापिस टूट गए तत्पश्चात वर्ष 2021 में फिर अवगत करवाया गया तथा वापिस गेट लगवाए गए लेकिन बड़े ही खेद का विषय है कि रियासत काल के समय जब यह पार्क बना व उस समय जो गेट लगाए गए थे वे अभी तक जस के तस हालात में रहे। उस समय कारीगरों के हाथ में बेजोड़ हुनर था व ऊपर से जिम्मेदारों का सख्त रवैया भी था लेकिन आज किसी अधिकारी को अपनी जिम्मेदारी का कोई अहसास तक नहीं है, सरकार का लाखों रुपया इन कामों पर खर्च होता है, जैसा ठेकेदार ने कार्य कर दिया उसी की तर्ज पर वेरिफिकेशन कर उसे पूरा भुगतान कर दिया जाता है। नतीजा अगले ही कुछ समय बाद सामने आने लग जाता है, आखिर कौन है जिम्मेदार इस तरह के कार्यों के लिए।
जिस हालात में यह गेट टूट कर लटक रहा है कभी भी किसी वक्त किसी राह चलते पैदल व्यक्ति या वाहन चालक को अपनी चपेट में ले सकता है ऐसे में अगर कोई अनहोनी होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी सम्बंधित विभाग के अधिकारियों की ही होगी। सामाजिक कार्यकर्त्ता सुथार ने प्रशासन से इस गेट को तुरंत लगवाने की मांग करते हुए इस कार्य मे बरती गई कोताही बरतने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही है।