







जयपुर Abhayindia.com राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की दो-दो सूचियां जारी कर दी है। इसके साथ ही दोनों ही पार्टियों में विरोध के स्वर भी तेज हो गए हैं। टिकट कटने से नाखुश नेता और कार्यकर्त्ता लगातार धरने व विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। डेमेज कंट्रोल के लिए दोनों पार्टियों ने कमेटियां बना दी है और वरिष्ठ नेताओं को निर्देशित कर दिया है।
आपको बता दें कि सांगानेर से मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर भजनलाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है। इसे लेकर लाहोटी समर्थक कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया और टायर जलाकर अपना विरोध जताया। इसी तरह राजसमंद और चित्तौडगढ में भाजपा कार्यकर्त्ता टिकट वितरण को लेकर नाखुश हैं। बीकानेर में पूर्व विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक सिद्धीकुमारी को टिकट रिपीट किया गया है। इसके विरोध में भी भाजपा नेता महावीर रांका अब खुलकर सामने आ गए हैं। रांका ने 25 अक्टूबर को पैदल मार्च निकालने तथा पार्टी से टिकट पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
इधर, कांग्रेस में मालवीय नगर से कांग्रेस प्रत्याशी अर्चना शर्मा का विरोध भी तेज हो गया है। विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने अर्चना को टिकट दिए जाने के विरोध में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। शर्मा को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का नजदीकी माना जाता है। इसी तरह बीकानेर पश्चिम सीट से मौजूदा विधायक डॉ. बुलाकी दास कल्ला को पार्टी ने रिपीट किया है। कल्ला के विरोध में कांग्रेस नेता राजकुमार किराडू ने ताल ठोक दी है। किराडू ने राजीव गांधी पंचायत प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव व विप्र कल्याण बोर्ड के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है।
आपको बता दें कि टिकट वितरण से उपजे असंतोष को दूर करने के लिए कांग्रेस ने कॉर्डिनेशन कमेटी गठित की है। इसमें मोहन प्रकाश को अध्यक्ष, नीरज डांगी व लक्ष्मण सिंह रावत को संयोजक और रामसिंह कस्वां को सह संयोजक बनाया है।
डॉ. कल्ला को प्रत्याशी बनाने के विरोध में किराडू ने दिए इस्तीफे, कहा- …तो पार्टी को होगा नुकसान



