








बीकानेर Abhayindia.com मुमुक्षु लक्की सुराणा का अभिनन्दन समारोह रविवार को आयोजित किया गया। प्रवचन का आयोजन श्री जवाहर विद्यापीठ, भीनासर में रखा गया जिसमें शासन दीपक गौतम मुनि म.सा., श्री विनयमुनि म.सा., आदि ठाणा एवं महासतीवर्याओं ने मुमुक्षु लक्की को संयम के मार्ग पर आने वाले परीषहों से न घबराते हुए सिंह की तरह दीक्षा लेने की प्रेरणा दी। इसके बाद मुमुक्षु लक्की सुराणा श्री जवाहर विद्यापीठ, भीनासर से टी. एम. हॉल, गंगाशहर पैदल शोभायात्रा के रूप में भव्य उपस्थिति के साथ पधारी। जहां उनका श्री साधुमार्गी जैन श्रावक संघ गंगाशहर– भीनासर की ओर से भव्य अभिनन्दन का कार्यक्रम रखा गया। हॉल अंदर व बाहर से पुरा खचाखच भरा हुआ था।
बालिका मण्डल, बहु मण्डल, महिला समिति, समता युवा संघ के गणमान्य पदाधिकारियों द्वारा मुमुक्षु लक्की सुराणा व उनके परिवारजनों का शॉल, माला व तिलक लगाकर अभिनन्दन किया गया। संघ अध्यक्ष कौशल दुग्गड़ द्वारा स्वागत उदबोधन दिया गया। उन्होंने कविता के माध्यम से कहा कि “उम्र कभी थका नहीं सकती, ठोकरे हमें गिरा नहीं सकती और अगर जिद हो मन में जीतने की तो कोई ताकत हमें हरा नहीं सकती। दुग्गड़ ने कहा कि ऐसे फौलादी इरादे वाले ही संयमी जीवन अंगीकार कर सकते हैं। लूणकरण सुराणा ने सुराणा परिवार का परिचय दिया। सुरेश बच्छावत, जसकरण सुराणा व अनेक पारिवारिक जनों द्वारा अपनी भावाभिव्यक्ति दी गई।
मुमुक्षु लक्की के जीवन पर शानदार नाटिका का मंचन किया गया। श्रीसंघ द्वारा मुमुक्षु को अभिनन्दन पत्र व आशीर्वाद रूप लिफाफा भेंट किया गया। मुमुक्षु लक्की सुराणा ने अपने सारमय उदबोधन में संयम जीवन के लिये आशीर्वाद मांगा। संघ के उपाध्यक्ष महेन्द्र सोनावत ने आगन्तुक सभी महानुभावों का आभार प्रकट किया। सुराणा परिवार ने सभी आगन्तुकों को गौतम प्रसादी का लाभ देने का आग्रह किया।
अभिनन्दन समारोह में जयचन्दलाल डागा, कन्हैयालाल बोथरा, मोहन सुराणा, सुरेश बच्छावत, निर्मल छल्लाणी, नोखा से ईश्वरचंद बैद, किशनलाल कांकरिया, बीकानेर से कन्हैयालाल बैद, गंगाशहर भीनासर से गणमान्य सुश्रावकों की उपस्थिति रही। दीक्षा अभिनन्दन समारोह की व्यवस्था के संयोजक निर्मल छल्लाणी व पारस डागा रहे। राम गुरू की जय जयकार के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। डूंगरमल सेठिया व जितेश मिन्नी ने कार्यक्रम का संचालन किया।





