बीकानेर abhayindia.com जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने शहर में कोचिंग हब बनाने का ख्वाब देखा था, लेकिन लगता है कोचिंग संचालकों के सियासी रसूखात के दबाव में यह ख्वाब अधूरा रह गया। जानकारी में रहे कि शहर में बड़ी तादाद में ऐसे कोचिंग सेंटर हैं, इनमें से कई नियम-कायदों को धत्ता बता रहे हैं। इनमें अनेक कोचिंग सेंटर असुरक्षित भवनों में संचालित हो रहे है, जहां जनहानि और हादसों का खतरा बना रहता है।
रिहायशी इलाकों में चल रहे कई कोचिंग संस्थानों से स्थानीय लोगों को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस समस्या का स्थाई समाधान करने के लिये जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने छह माह पहले नगर विकास न्यास और कोचिंग संचालकों के साथ मीटिंग कर शहर की किसी बड़ी कॉलोनी में कोचिंग हब बनाने का सुझाव दिया और इसके लिये जमीन चिन्हित करने के निर्देश थे।
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कलक्टर के इस सुझाव का कोई असर अभी तक नजर नहीं आ रहा। बताया जा रहा है कि सियासी नेताओं का दबाव बना कर मामला ठंडे बस्ते में डलवा दिया गया है। इसके बाद जिला प्रशासन के किसी नेता ने कोचिंग हब का नाम भी नहीं लिया। जबकि जिला कलक्टर का यह सुझावा सराहनीय था, क्योंकि कोचिंग हब बनने छात्र-छात्राओं को एक ही जगह पर पढऩे का माहौल का मिलता और इसके बेहरत परिणाम सामने आ सकते थे। जबकि फिलहाल शहर के अधिकतर कोचिंग संस्थानों के पास मापदंडों के अनुसार न तो भवन हैं और न ही पार्किंग के लिए स्थान है।