Friday, March 29, 2024
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भाजपा का यह कद्दावर नेता पार्टी छोडऩे की तैयारी में, चुनाव में ठोकेंगे ताल

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जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश में करीब छह माह बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को तगड़ा झटका लग सकता है। पार्टी के कद्दावर नेता एवं विधायक घनश्याम तिवाड़ी आने वाले दिनों में भाजपा से नाता तोड़ सकते हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो तिवाड़ी संभवत: तीन जुलाई को पार्टी छोडऩे का ऐलान भी कर सकते है। तिवाड़ी लंबे समय से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नाराज चल रहे हैं। उनके बीच की दूरियां घटने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। हाल में विधायक घनश्याम तिवाड़ी के बेटे अखिलेश तिवाड़ी की भारत वाहिनी पार्टी को केन्द्रीय निर्वाचन आयोग से हरी झंडी मिल गई है। ऐसे में यह कयास तेज हो गए हैं कि अब विधायक घनश्याम तिवाड़ी कभी भी भाजपा छोड़ सकते हैं।

सूत्रों का कहना है कि तिवाड़ी की इस नई पार्टी के पंजीयन के साथ ही प्रदेश में एक नई राजनीति के उभरने की संभावनाएं बढ़ गई है। विधायक तिवाड़ी के बेटे अखिलेश तिवाड़ी भारत वाहिनी पार्टी के अध्यक्ष व संस्थापक हैं। पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष अखिलेश तिवाड़ी के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक भारत वाहिनी पार्टी के रूप में नई पार्टी के पंजीकरण के लिए गत 11 दिसम्बर को प्रार्थना पत्र दिया गया था। निर्वाचन आयोग ने भारत के संविधान के लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 29 के अधीन समस्त प्रक्रिया को पूरा करते हुए भारत वाहिनी पार्टी के पंजीकरण कर दिया।

भावापा का सम्मेलन तीन को

भारत वाहिनी पार्टी (भावापा) का प्रथम प्रदेश प्रतिनिधि सम्मेलन तीन जुलाई को जयपुर में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। इसमें प्रदेशभर से करीब दो हजार कार्यकर्ताओं के भाग लेने का दावा किया जा रहा है। सम्मेलन में प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से दस प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। सूत्रों की मानें तो वर्तमान में जो कार्यकर्ता और पदाधिकारी दीनदयाल वाहिनी में काम कर रहे हैं उन्हें भारत वाहिनी में शामिल कर लिया जाएगा।

सभी सीटों पर ठोकेंगे ताल

सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के आगामी चुनावों में भारत वाहिनी पार्टी सभी दो सौ विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ेगी। उल्लेखनीय है कि तिवाड़ी पिछले लंबे समय से पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं। वे अपनी नाराजगी कई बार सार्वजनिक मंचों और शीर्ष नेतृत्व तक भी जाहिर कर चुके हैं। हालांकि अब तक पार्टी की ओर से उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। जयपुर के सांगानेर से विधायक घनश्याम तिवाड़ी का शेखावटी की राजनीति में तगड़ा प्रभाव है। भाजपा में नेतृत्व से नाराज चल रहे अन्य विधायकों और पदाधिकारियों से भी तिवाड़ी के ताल्लुकात काफी प्रगाढ़ है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि वे चुनावी समर में कूदे तो भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी चुनौती बन सकते हैं।

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