Sunday, May 19, 2024
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सरकारी स्‍कूलों में मोबाइल पर प्रतिबंध के बाद शिक्षक संगठनों की आई हैरतभरी प्रतिक्रिया….

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बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने शिक्षा मंत्री द्वारा विद्यालयों में मोबाइल फोन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय का स्वागत किया है। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग और महामंत्री उपेन्द्र शर्मा ने संयुक्त बयान जारी कर शिक्षा मंत्री की इस गलत बयानी पर सख्त एतराज़ व्यक्त किया है कि शिक्षक विद्यालयों में शेयर मार्केट देखते रहते हैं। वास्तव में मोबाइल थोपे गए गैर शैक्षिक कार्यों का वाहक बना हुआ है। गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति अभियान के क्रम में पहले ही राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने निर्णय कर लिया था और इसका सार्वजनिक ऐलान भी कर दिया है कि 1 जुलाई, 2024 से राजस्थान के शिक्षक विद्यालयों में एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित ने कहा कि शिक्षामंत्री मदन दिलावर द्वारा विद्यालयों में मोबाइल प्रतिबंध करने के ऐलान से शिक्षक संघ (शेखावत) द्वारा जारी गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति आन्दोलन को बल मिलेगा। साथ ही शिक्षामंत्री द्वारा यह संगठन की मांग के औचित्य को स्वीकार करना भी है, जो स्वागत योग्य है।

जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल ने बताया कि राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने राज्य भर के शिक्षकों से अपील की है कि गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति के लिए संगठन के आह्वान की पालना सुनिश्चित करें और 1 जुलाई, 2024 से विद्यालयों में एंड्रॉयड फोन के उपयोग को स्वेच्छिक रूप से पूर्णतया बंद कर दें। छात्र, शिक्षक तथा सार्वजनिक शिक्षा के हित में समस्त प्रकार के गैर शैक्षिक कार्यों का पूर्ण बहिष्कार करें।

जिला मंत्री भंवर सांगवा ने बताया कि चुनाव के नाम पर थोपे जा रहे अनियमित बीएलओ कार्य का भी शिक्षक बहिष्कार करें। स्कूलों में शिक्षकों के ऑन लाइन प्रशिक्षण, कार्यालय की समस्त प्रकार की सूचनाएँ, आरकेएसएमबी के परीक्षा की ‘ओएमआर’ सीट विषयाध्यापकों द्वारा स्कैन करना, बीएलओ कार्य, विभिन्न प्रशिक्षणों का ऑन लाइन टेस्ट, एमडीएम की प्रतिदिन की सूचना आदि गैर शैक्षणिक कार्य शैक्षिक ढाँचे को कमजोर कर रहे हैं। इसलिए ये फ़ैसला सार्वजनिक शिक्षा को मज़बूती प्रदान करेगा।

जिला प्रवक्ता अरूण गोदारा ने बताया कि “एक सब के लिए और सब एक के लिए” सिद्धांत का अनुपालन करते हुए राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) प्रत्येक शिक्षक के साथ है। यदि सरकार या किसी प्रशासनिक अधिकारी ने अभियान में शामिल किसी भी शिक्षक को प्रताड़ित करने की हिमाक़त की तो राज्यभर के शिक्षक एकजुट होकर शिक्षक के साथ खड़े होंगे और सरकार तथा प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ आवाज़ बुलन्द करेंगे।

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