बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के करणी नगर में खाली पडी सरकारी जमीन पर झुग्गी बस्तियों में रहने वाले 110 परिवारों का आज शांतिपूर्ण और सम्मानजनक ढंग से पुनर्वास किया गया है। में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार इन परिवारों को चकगर्बी में बीकाजी फैक्ट्री के पीछे शिफ्ट किया गया है।
न्यास के तहसीलदार कालूराम पडिहार ने बताया कि झुग्गी बस्तियों में रहने वाले इन सभी परिवारों के लिए चकगर्बी में पीने का पानी, शौचालय, सड़क और पब्लिक लाइट जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं और इसी वजह से सभी परिवार प्रशासन के इस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट हैं। इन परिवारों को यहां से शिफ्ट करने से पहले तीन-चार दिन समझाइश की गई। इसके बाद आज शांतिपूर्ण माहौल में इन्हें शिफ्ट कराया गया। इस दौरान बीछवाल थानाप्रभारी महेन्द्र दत्त शर्मा, नगर विकास न्यास के कर्मचारी व अधिकारी तथा होमगार्ड का जाब्ता तैनात रहा।
आपको बता दें कि इससे पहले श्रीगंगानगर राष्ट्रीय राजमार्ग में झुग्गी बस्तियों में रहने वाले करीब 280 परिवारों को भी चकगर्बी में शिफ्ट किया गया था। कलक्टर भगवती प्रसाद ने करीब छह माह पूर्व ऐसे परिवारों की योजना पर काम शुरू किया और इन परिवारों के साथ स्थानांतरित होने की सहमति को प्राथमिकता दी, ताकि प्रयास एक मिसाल कायम कर सके। सबसे पहले इन मलिन बस्तियों में रहने वाले परिवारों का सर्वेक्षण किया गया। इस दौरान 279 परिवारों की पहचान की गई, जो बीकानेर के रहने वाले थे, लेकिन उनके पास कहीं भी आवासीय जमीन नहीं थी। दूसरे चरण में, शहर के आसपास ऐसे संभावित स्थानों की पहचान की गई जहां उन्हें स्थानांतरित किया जा सकता था। अंत में इन परिवारों को चकगरबी में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद सबसे पहले इस चक्गरबी की जमीन को समतल किया गया। इसके बाद, यहां 15 गुणा 15 फीट आकार के भूखंडों की पहचान की गई और 279 झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों को आवंटित किया गया। यहां एक ट्यूबवेल का निर्माण किया गया और भूखंड को पीने के पानी के कनेक्शन दिए गए। यहां बजरी वाली सड़क भी बनाई गई है। सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था प्रदान करने के लिए यहां रोड लाइटें लगाई गई हैं। यह क्षेत्र खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त है और यहां महिलाओं की गरिमा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक शौचालय भी बनाए गए हैं।