जयपुर Abhayindia.com मुख्य सचिव उषा शर्मा ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को फील्ड में जाकर कार्य करने और प्रभावी मॉनिटरिंग कर प्रदेश में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य के समस्त विद्युत सर्कल आपस में समन्वय कर संसाधनों का प्रभावी उपयोग करें जिससे बिजली आपूर्ति में कोई व्यवधान न आए।
मुख्य सचिव बुधवार को शासन सचिवालय में विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। शर्मा ने अभियंताओं को पूरी गंभीरता के साथ कार्य करने और उन्हें विद्युत आपूर्ति में आ रही समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य के प्रति लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर उचित कार्यवाही भी की जाए। शर्मा ने प्रदेश में विभिन्न स्रोतों के माध्यम से उत्पादित हो रही बिजली की विस्तृत समीक्षा भी की।
उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्तरों पर टीमों का गठन किया गया है। राज्य के विभिन्न सर्कलों के अधिकारियों को आपस में इन टीम के सदस्यों के साथ समन्वय कर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने बताया कि जहां लोड ज्यादा होने से ट्रांसफार्मर जलते है, वहां अधिकारियों को 72 घंटे में खराब ट्रांसफार्मर को बदलने के निर्देश भी दिए है। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़ाने, ट्रांसमिशन नेटवर्क मजबूत करने, विद्युत संयंत्रों के प्रभावी प्रबंधन व नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित किया गया है। विद्युत निगमों की ओर से भास्कर ए सावंत ने मुख्य सचिव को आश्वस्त किया कि सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरी जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
बैठक में प्रसारण निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक, आशुतोष ए.टी. पेडणेकर तथा उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक आर.के. शर्मा उपस्थित रहे तथा समस्त विद्युत निगमों के निदेशक, मुख्य अभियंता, अधीक्षक अभियंता स्तर तक के अधिकारी वी.सी के माध्यम से जुड़े।