जयपुर abhayindia.com मध्यप्रदेश कांग्रेस में उपजे सियासी संकट के बाद अब राजस्थान में होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है। सूत्रों के मुताबिक, बदले हुए सियासी समीकरणों के बीच कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायकों को मनाने की कवायद में जुट गई है।
आपको बता दें कि राजस्थान की तीन राज्यसभा सीटों पर चुनाव 26 मार्च को होने हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों को एकजुट रखना किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि उनकी नाराजगी कांग्रेस का खेल बिगड़ सकती है। निर्दलीयों को साधने के लिए सीएम अशोक गहलोत खुद ने कमान संभाल रखी है। वे उनसे मुलाकात कर उनकी पीड़ा सुन रह रहे हैं।
सूत्रों का दावा है कि बहुजन समाज पार्टी के सभी छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से ही निर्दलीय विधायक स्वयं को असहज महसूस कर रहे हैं, इनका मानना है कि सरकार में उनकी पूछ भी कम हुई है। निर्दलीय विधायकों को पहले तो यह उम्मीद बंधी थी कि आने वाले समय में मंत्रिमंडल विस्तार होने पर मंत्री पद के लिए उनका नंबर लग जाएगा, लेकिन लेकिन बहुजन समाज पार्टी के विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से उनकी ये उम्मीदें धराशाही होती नजर आ रही है।
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