Saturday, May 18, 2024
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 सरकार के विरूद्ध कर्मचारी संघर्ष की राह पर

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बीकानेर abhayindia.com राजस्थान सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों के हितों के विरूद्ध नीति अपनाए जाने के विरोध में कर्मचारी लामबंद होकर संघर्ष की राह पर है। यह जानकारी राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष केसर सिंह चंपावत ने गुरूवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए व्यक्त किए।
जिला संगठन के पदाधिकारियों की बैठक लेने बीकानेर पहुंचे  चंपावत ने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर बीकानेर से कर्मचारी हितों के मुद्दे जैसे गेड पे कटौती, महंगाई भत्ता, संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, न्यू पेंशन स्कीम को बंद करने सहित अन्य मांगों पर संघर्ष की शुरूआत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रेड पे कटौती के आदेश जारी कर कर्मचारियों के हितों पर कुठाराधात किया है। इस काले आदेश से राज्य कर्मचारियों में भयकंर आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय से आग्रह किया है कि ग्रेड पे कटौती के आदेश तत्काल वापस लिये जाकर कार्मिकों को राहत पहुंचायी जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि राज्य सरकार ने ये काले आदेश वापस नहीं लिए तो कर्मचारी वर्ग का विरोध राज्य सरकार को झेलना होगा। इसके लिए महासंघ द्वारा संघर्ष का बिगुल बजाया दिया गया है। इसके तहत प्रथम चरण में प्रत्येक कर्मचारी की टेबल पर जाकर, पेम्पलेट वितरित कर उनको जागरूक किया जाएगा। इसके बावजूद राज्य सरकार नहीं मानी तो आंदोलनात्मक कदम उठाये जाएगें।
चंपावत ने महंगाई भत्ता की किश्त शीघ्र प्रदान करने, संविदा कार्मिकों को नियमित करने तथा न्यू पेंशन स्कीम को बंद करने सहित अन्य मांगों के शीघ्र निस्तारण की मांग की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भंवर पुरोहित ने कहा कि महासंध के प्रदेशाध्यक्ष ने संगठन के पदाधिकारियों की बैठक लेकर संघर्ष की रणनीति पर विचार विमर्श किया और निर्देश प्रदान किए।
इस मौके पर महासंघ के जिलाध्यक्ष भंवर पुरोहित, स्वास्थ्य सेवा के बजरंग सोनी, अजय किराडू, राजकुमार व्यास, इदरीस अहमद, सुभाष जोशी, वन विभाग से कपिल चैधरी, जसवीर बरनाला, सुरेन्द्र सिंह, जलदाय विभाग से रमेश उपाध्याय,  कुशाल सिंह, इंगांनप से कमल अनुरागी, जितेन्द्र शर्मा, नर्सेज यूनियन से श्रवण वर्मा आदि घटक दलों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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