बीकानेर abhayindia.com बीकानेर नगर निगम के महापौर चुनाव में बहुमत साबित करने को लेकर आश्वस्त नजर आ रही भाजपा के खेमें में देर से जागी कांग्रेस ने एकबारगी खलबली मचा दी है। ताजा खबर के मुताबिक, कांग्रेस ने अपने जीते हुए सभी 30 पार्षदों को एक जगह जुटाने की कवायद लगभग पूरी कर ली है। इन सभी को संभवत: आज रात बीकानेर में ही किसी स्थान तथा अगले दिन यहां से बाहर एकजुट रखे जाने की रणनीति सामने आई है, जिसे राजनीतिक भाषा में बाड़ेबंदी भी कहा जाने लगा है।
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बताया जा रहा है कि कांग्रेस को यह खबर पुख्ता तौर पर मिल गई है कि भाजपा में महापौर प्रत्याशी को कई सदस्य असंतुष्ट है। केवल महापौर ही नहीं, बल्कि उपमहापौर पद के लिए भी पार्टी के अंदरखाने में जोरदार घमासान मचा है। उपमहापौर के लिए करीब सात से ज्यादा पार्षद एडी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस खबर के साथ ही कांग्रेस खेमे में उत्साह का संचार हो गया है। आपको यह भी बता दें कि महापौर चुनाव को लेकर आक्रामक रणनीति नहीं बनाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय ने भी नाराजगी जताई थी।
इन दो घटनाक्रमों के बाद अब कांग्रेस ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला की अगुवाई में अपने पार्षदों को साधते हुए निर्दलीय और असंतुष्टों को अपने पाले में लाने की कवायद तेज कर दी है। उधर, भाजपा ने कांग्रेस की इस आक्रामक रणनीति को भांपते हुए पहले ही सारे बंदोबस्त पुख्ता कर रखे हैं, इसके बावजूद उसे न जानें क्यों अब क्रॉस वोटिंग का खतरा महसूस होने लगा है। इस ताजे घटनाक्रम ने केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल को भी लगातार सक्रिय रहने को मजबूर कर दिया है।
आपको बता दें कि महापौर चुनाव को लेकर भाजपा ने जहां सुशीला कंवर राजपुरोहित को प्रत्याशी बनाया है, वहीं कांग्रेस ने अंजना खत्री को प्रत्याशी बनाया है।
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