Friday, May 17, 2024
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बुरी आदतों का त्याग हो नववर्ष का संकल्प…

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बीकानेर Abhayindia.com प्रत्येक व्यक्ति अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हर बार नववर्ष के आगमन पर एक संकल्प लेता है, जैसे- अधिकांश छात्र एक क्रमबद्ध दैनिक समय तालिका अनुसार पढ़ने, जल्दी उठने का संकल्प लेते है तो खिलाड़ी नियमित अभ्यास करने, बेरोजगार कठिन परिश्रम करके अच्छी नौकरी पाने का, व्यवसायी व नौकरीपेशा वाले व्यक्ति अपने क्षेत्र में तरक्की करने का और नशे के आदि व्यक्ति नशा छोड़ने का संकल्प लेते है, परंतु इनमें से कुछेक को छोड़कर शेष सभी अपने संकल्प से विमुख हो जाते है और पुनः अपनी पुरानी गलत आदतों का वरण कर लेते है।

दुनिया का हर इंसान जीवन मे सफल बनना चाहता है, स्वयं को सफलताओं की ऊंचाइयों पर देखना चाहता है। ऐसी सोच रखना स्वाभाविक भी है, क्योंकि जीवन को उत्तम बनाने की यह अभिलाषा ही जीवन को गतिमान बनाती है। हर कोई व्यक्ति सफल नहीं हो पाता है क्योंकि जीवन में हम कुछ भी बनना या करना चाहते है उसमें सबसे बड़ा योगदान हमारी आदतों का होता है।

आदतें हमारे निरंतर किए जाने वाले कामों का एक समुच्चय है। अच्छी आदतें हर किसी के जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण होती हैं। वे हमारे जीवन को आकार देती हैं। हम आज जो कुछ भी है वो हमारी आदतों के कारण ही है। हमारी आदतें ही हमारे कल का निर्धारण करेगी। इसलिए वर्तमान को बनाने वाली अपनी आदतों पर ध्यान दीजिए, उनका अवलोकन करें, उनसे हुई लाभ या हानि का विश्लेषण कीजिये। हम पाएंगे कि ऐसी बहुत सी आदतें है जो हमारे सफलता के मार्ग में अवरोधक बनकर खड़ी हैं, जिनके कारण सफलता हमारे हाथों से फिसल जाती है और हमें पराजित होना पड़ता हैं। फिर ऐसी आदतों से कैसा लगाव जो हमारी उन्नति के मार्ग में अवरोधक बनती हैं। तत्काल बदल डालिये उन आदतों को। यदि हम वास्तव में सफलता के आकांक्षी है तो निश्चित ही हम बुरी आदतों से छुटकारा पा लेंगे। और यदि हम बुरी अर्थात गलत आदतों को नहीं बदल पा रहे है तो मान लीजिए कि हमारे अंदर इन्हें बदलने की इच्छा शक्ति ही नहीं है। सर्वप्रथम सकारात्मक सोच रखते हुए हमें यह मानना छोड़ देना चाहिए कि आदतों को बदला नहीं जा सकता है।

अच्छी आदतों को किसी भी समय अपनाया जा सकता है और गलत आदतों को इच्छाशक्ति के बल पर कभी भी छोड़ा जा सकता हैं। हमारे अंदर नकारात्मक विचारों या भावों को स्थान देना बंद कर देना चाहिए और सकारात्मक सोच के साथ स्वयं को स्वस्थ व ऊर्जावान बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए। समय का सदुपयोग करते हुए किसी भी काम को कल पर टालने की आदत को छोड़ देना चाहिए। अपनी दिनचर्या को सुस्पष्ट व अनुशासित बनाना चाहिए। अपने कर्म के प्रति ईमानदार व निष्ठावान रहते हुए हमें लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सजग प्रयास करना चाहिए।

भारत के पूर्व राष्ट्रपति मिसाइलमैन ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने कहा है कि-” आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते, लेकिन अपनी आदतें बदल सकते हैं और आदतें आपका भविष्य बदल देगी।” तात्पर्य है कि आदत से अधिक ताकतवर कुछ भी नहीं है। अच्छी आदतें ही एक अनुशासित व्यक्तित्व की पहचान है। इसलिए नववर्ष में बुरी आदतों को त्यागकर अच्छी आदतों को अपनाएं क्योंकि अच्छी आदतें ही आपके जीवन की सफलता का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएं। -मुरली मनोहर पुरोहित, कवि-लेखक, विचारक, मुरलीधर व्यास नगर, बीकानेर

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