Sunday, May 19, 2024
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कोरोना वायरस को लेकर नागौर सचेत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने वीडियो कांफ्रेसिंग में दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की भी समीक्षा की 

नागौर abhayindia.com कोरोना वायरस से बचाव को लेकर नागौर जिला पूरी तरह सक्रिय और सचेत है। इसे लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक सक्रिय है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए नागौर जिले में इसके बचाव के उपायों को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप पूरी माॅनिटरिंग कर रहे है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इस संबंध में मंगलवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी बीसीएमओ, पीएमओ, सीएचसी तथा पीएचसी प्रभारियों को कोरोना वायरस से बचाव व रोकथाम को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में संचालित जन स्वास्थ्य कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। सीएमएचओ ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की तथा इसे लेकर संबंधित बीसीएमओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी बीसीएमओ को निर्देश दिए कि वे कोरोना वायरस से बचाव को लेकर निदेशालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण के यहां जो आईईसी मैटैरियल का जो डिजाइन तैयार किया गया है, उसके बैनर बनवाकर सार्वजनिक स्थलों पर लगवाएं ताकि आमजन को इसके बारे में पूर्ण जानकारी मिल सके। वीडियो कांफ्रेसिंग को अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. शीशराम चैधरी, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद, जिला औषध भंडार प्रभारी डाॅ. राजेश पाराशर, नागौर के बीसीएमओ डाॅ. महेन्द्रसिंह मीणा, एफसीएलओ सादिक त्यागी, जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल ने भी विचार व्यक्त किए।

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क्या है कोरोना वायरस : कोरोना वायरस उस वायरस समूह का हिस्सा है, जिससे सामान्य रूप से सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत से लेकर घातक बीमारियां तक हो सकती हैं। कोरोना वायरस की चपेट में पशु-पक्षी के साथ ही मनुष्य भी आ सकते हैं। कोरोना वायरस का सबसे पहले 1960 में प्रकोप देखने को मिला था, उसके बाद समय-समय पर इसके अलग-अलग देशों पर प्रभाव देखने को मिले हैं और इस वायरस ने अब तक सैकड़ों लोगों की जानें ली हैं।

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कोरोना वायरस के लक्षण : कोरोना वायरस से अगर कोई पीड़ित हो जाता है तो उसे सर्दी, खांसी, बुखार के साथ ही सांस देने में भी दिक्कत होती है। कोरोना वायरस की वजह से रिस्पायरेटरी इंफेक्शन होता है जो कि एक आदमी से दूसरे आदमी में ट्रांसफर होता जाता है। कोरोना वायरस की वजह से कई तरह के निमोनिया भी हो सकते हैं और एक समय में मनुष्य के कई अंग काम करने बंद कर देते हैं जिसकी वजह से उसकी मौत हो जाती है। इसलिए अगर आपके पास कोई ऐसे मामले दिखे, तो आप उसे तत्काल अस्पताल ले जाएं और उसकी जांच कराएं।

कोरोना वायरस से कैसे बचें और इसे फैलने से कैसे रोकें : कोरोना वायरस से बचने के लिए फिलहाल किसी तरह की दवा इजात नहीं की जा सकी है और मेडिकल रिसर्च जारी हैं. हालांकि, इसे फैलने से रोका जा सकता है और इसकी चपेट में आए लोगों की उचित इलाज कर उसे मौत के मूंह से निकाला जा सकता है. चूंकि कोरोना वायरस का संबंध संक्रमण यानी इंफेक्शन से है, ऐसे में आप इसका संक्रमण रोक सकते हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए अपने हाथ साबुन और पानी या सैनिटाइजर से साफ करें. साथ ही खांसी के वक्त या छींकते समय अपनी नाक और मुंह को किसी तरह ढंक लें. यदि किसी में सर्दी या बुखार के लक्षण दिखे तो उसके पास जाने से बचें। साथ ही खाने में मीट या अंडे को अच्छी तरह से पकाएं और जंगली जानवरों और खेतों में रहने वाले जानवरों के संपर्क में आने से बचें। मुर्गी, चमगादड़ और सुगर जैसे जानवरों से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।

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