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बीकानेर Abhayindia.com श्री पीपा क्षत्रिय समाज के आराध्य “संत श्री पीपाजी महाराज” की 700वीं जयंती 6 अप्रैल को पूरे भारत में धूमधाम से मनाई जाएगी। श्री पीपा क्षत्रिय समाज बीकानेर के अध्यक्ष सीताराम कच्छावा के नेतृत्व में समाज का आठ सदस्य शिष्टमंडल आज संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन से मिला तथा संत श्री पीपा जी महाराज की 700 जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में डाक टिकट जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का ज्ञापन उन्हें सौंपा।
शिष्टमंडल में अध्यक्ष सीताराम कच्छावा, सचिव पुखराज तंवर, कोषाध्यक्ष श्याम लाल चौहान, संरक्षक हनुमान दैया, कन्हैयालाल टाक, गिरधारलाल सोलंकी, भंवरलाल दैया, मुरलीधर दैया आदि शामिल थे। ज्ञापन में कच्छावा ने बताया कि संत पीपाजी (प्रतापराव खीची) गढ़ गागरोन (झालावाड़) के शूरवीर तथा प्रतापी राजा थे। उन्होंने गागरोन युद्ध में मलिक सरावत दार एवं फिरोज खान की सेनाओं को हराया था तथा टोडाराय के युद्ध में फिरोजशाह तुगलक की सेना को परास्त किया था। पीपाजी के 12 रानियां थी तथा वे ऐश्वर्या पूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे थे। उन्होंने कालांतर में गागरोन का राजपाट त्याग कर धर्मपत्नी सीताजी के साथ साधु वेश धारण किया तथा पीपाजी के नाम से धर्म और संस्कृति की ध्वजा को चतुर्दिश फैलाया। संत रामानंदजी के बारह शिष्यों में कबीर, धन्ना, रैदास आदि के साथ संत पीपा जी का नाम बड़े आदर से लिया जाता है। संत पीपा जी ने आध्यात्मिक जागृति के साथ–साथ समाज में व्याप्त कुरीतियों मांस–मदिरा के सेवन, पर्दा प्रथा तथा हिंसा का पुरजोर विरोध किया। ऐसे महान संत की 700 वीं जयंती पूरे भारत में मनाई जा रही है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा संत पीपाजी के नाम से डाक टिकट जारी किया जाना भारतीय इतिहास और अध्यात्म के गौरवशाली अतीत को और उज्जवलता प्रदान करेगा तथा यही एक महान संत के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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