






चूरू Abhayindia.com कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने अक्षय तृतीया और पीपल पूर्णिमा जैसे पर्वों पर अबूझ सावा होने के कारण होने वाले बाल विवाहों की रोकथाम के लिए निर्देश दिए है।
एडीएम लोकेश कुमार गौतम ने बताया कि इन पर्वों पर विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह होने की अधिक संभावनाओं को बताते हुए प्रभावी रोकथाम के लिए ग्राम एवं तहसील स्तर पर पदस्थापित विभिन्न विभागों के कर्मचारियों अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों (वृताधिकारियों, थानाधिकारियों, पटवारियों, भू अभिलेख निरीक्षकों, ग्राम पंचायत सदस्यों, ग्रामसेवकों, कृषि पर्यवेक्षकों, महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारियों, पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, महिला सुरक्षा सखी, शिक्षकों, नगर निकाय के कर्मचारियों, जिला परिषद् एवं पंचायत समिति सदस्यों, सरपंचों तथा वार्ड पंचों) के माध्यम से बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के प्रावधानों का व्यापक प्रचार प्रसार कर आमजन को जानकारी देते हुए जनजागृति उत्पन्न कर बाल विवाह रोके जाने के लिए कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया है।



