श्रीगंगानगर.बीकानेरAbhayindia.com स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने मंगलवार को श्रीगंगानगर में नवस्थापित कृषि महाविद्यालय का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि कृषि महाविद्यालय में बी.एस.सी. कृषि (स्नातक) प्रथम वर्ष में प्रथम सत्र की कक्षाएं 8 फरवरी से शुरू हो गई। जेट के माध्यम से 60 विद्यार्थियों ने इसमें प्रवेश लिया है। इनमें 10 छात्राएं भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्थाएं माकूल हों और कोरोना एडवाइजरी की पालना की जाए, इसके मद्देनजर औचक निरीक्षण किया गया है। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद किया एवं क्लास रूम, प्रयोगशालाओं एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
कुलपति ने अगले सत्र से कृषि महाविद्यालय में सीटों की संख्या 60 से बढ़ाकर 120 करने की घोषणा की एवं कहा कि महाविद्यालय को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। साथ ही श्रीगंगानगर में कृषि व्यवसाय प्रबंधन संस्थान शुरू करने एवं इसके लिए दो कक्ष एवं महाविद्यालय के लिए दो कक्ष बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने विद्यार्थियों से पूर्ण मनोयोग से अध्ययन करने एवं कृषि एवं कृषक कल्याण को सर्वोपरि मानने का आह्वान किया। शिक्षकों को विश्वविद्यालय की साख के अनुरूप कार्य करने की बात कही।
इस दौरान अधिष्ठाता डॉ. राजेश शर्मा, कृषि महाविद्यालय बीकानेर के अधिष्ठाता डॉ. आई. पी. सिंह, अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. एस. शेखावत, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ. आरपीएस चौहान, डॉ. विजय प्रकाश, डॉ. बी.एस. मीणा, डॉ. रूपसिंह मीणा, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. एस.के. बिश्नोई, डॉ. दशरथ प्रसाद एवं अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
केवीएसएस का किया अवलोकन
कुलपति ने हनुमानगढ़ स्थित विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान उप केन्द्र का विजिट भी किया। उन्होंने चना एवं जई की विभिन्न किस्मों का अवलोकन किया। इस दौरान अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. एस. शेखावत एवं डॉ. हनुमान राव मौजूद रहे।