Wednesday, November 20, 2024
Hometrendingसीएम गहलोत चिकित्‍सकों की सलाह पर देखी फिल्म, कहा- 20-25 साल बाद...

सीएम गहलोत चिकित्‍सकों की सलाह पर देखी फिल्म, कहा- 20-25 साल बाद…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर Abhayindia.com राजस्‍थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हार्ट की आर्टरी में आए ब्लॉकेज पर हुई एंजियोप्लास्टी के बाद चिकित्‍सकों ने उन्‍हें जीवन शैली में बदलाव की सलाह दी है। उन्‍होंने गहलोत को अच्छी फिल्में और वेब सीरीज देखने की सलाह दी है। आपको बता दें कि गहलोत ने डॉक्टरों की सलाह मानते हुए आजकल फिल्में, वेब सीरीज देखना शुरू किया है। इसका जिक्र खुद गहलोत ने एक कार्यक्रम में किया। बालिका दिवस पर हुए वर्चुअल कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा कि रात को मैंने एक फिल्म देखी। कोई 20-25 साल बाद मैंने फिल्म देखी। मैं फिल्में देखता नहीं। चिकित्‍सकों ने कहा है कि आप अच्छी सीरीज देखें, फिल्में देखो। थोड़ा चेंज करो अपने आपको, क्योंकि आपके हार्ट में अभी तकलीफ हुई है। इसके बाद मैंने मदर इंडिया फिल्म देखी। मदर इंडिया की बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि उसमें नन्हें हाथ कलम के साथ नाम का एक मार्मिक नारा दिया गया है।

गहलोत ने कहा कि मदर इंडिया फिल्म में पहले के जमाने में किसानों को साहूकार लूटते थे। ब्याज पर पैसा देते थे, मूल से ज्यादा कर्ज वसूल कर लेते थे तो भी उन पर कर्जा रहता था। परिवार बर्बाद हो जाते थे। इस फिल्म में हीरो सुनील दत्त का परिवार भी लुट रहा था। फिल्म के हीरो को स्कूल में पढ़ाई शुरू करवाई। उसे पढ़ाने का उद्देश्य यह था कि साहूकार वाला हिसाब पढ़ सके। फिल्म में दिखाया गया कि साहूकार का हिसाब वह बच्चा पढ़ नहीं पाया, मैसेज गया ​कि पढ़ा-लिखा होता तो लुटता नहीं। शिक्षा पर जोर देना बहुत जरूरी है। आपको बता दें कि सीएम गहलोत की 27 अगस्त को हार्ट में ब्लॉकेज के बाद एसएमएस अस्पताल में एंजियोप्लास्टी की गई थी। कई दिन स्वास्थ्य लाभ के बाद सीएम अब राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं, लेकिन डॉक्टर लगातार उनकी निगरानी कर रहे हैं।

राजस्‍थान में बिजली संकट : विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्‍ला से मांगा इस्‍तीफा

जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में गहरा रहे बिजली संकट के मामले को लेकर वरिष्‍ठ भाजपा नेता एवं विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा मांगा है। राठौड़ ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के मिस मैनेजमेंट और गलत नीतियों के कारण प्रदेश में बिजली का संकट हुआ हैं। राज्य सरकार ने समय पर कोल कम्पनियों को पेमेंट नहीं किया। प्रदेश को कोल कम्पनियों ने पूरा कोयला नहीं दिया। इसी कोयले की कमी के कारण राजस्थान के कई पॉवर प्लांट्स की बिजली प्रोडक्शन यूनिट्स बन्द करनी पड़ी हैं। राठौड़ ने कहा कि मौजूदा त्योहारी सीजन में बिजली की मांग सबसे ज्यादा होती है लेकिन, सरकार के मिस मैनेजमेंट से व्यापारी और आम लोग परेशान हैं। सरकार को त्योहारी सीजन में बिजली की डिमांड का पहले ही अनुमान लगाकर बन्दोबस्त कर लेने चाहिए था लेकिन, अव्यवस्थाओं के चलते बीते 3 महीनों में दूसरी बार प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है।

उन्‍होंने कहा कि सरकारी कुप्रबंधन के कारण बिजली प्रोडक्शन करन वाले प्लांट तो बंद करने पड़ ही रहे हैं, एक्सचेंज से 20 रुपये यूनिट के भाव पर कई गुणा महंगी दरों से बिजली खरीदी जा रही है। जिसका भार आखिरकार प्रदेश के 1.52 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। कांग्रेस सरकार के मुखिया अशोक गहलोत और ऊर्जा मंत्री बी. डी. कल्ला एक ओर जहां 24 हजार 690 मेगावाट बिजली प्रोडक्शन के साथ राजस्थान को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने का दम्भ भरकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाले राजस्थान में सरकारी कुप्रबंधन की वजह से समय पर कोयले की सप्लाई नहीं आने के कारण अरबों रुपए की लागत से बने ज्यादातर थर्मल पावर प्लांट और उनकी यूनिट्स बन्द होने के कगार पर हैं।

बीकानेर : इसी माह बन जाएंगे जोनल प्‍लान, इसके बाद आएगी अभियान में तेजी…

आईआईटी के सर्वे दल ने किया बीकानेर के जल स्रोतों का अवलोकन, निकायों द्वारा जारी पट्टों पर जताई चिंता

राजस्‍थान में उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने 20 नेताओं को बनाया स्‍टार प्रचारक, चुनाव आयोग को…

राजस्‍थान में बिजली संकट : गहलोत सरकार का दावा- उपलब्‍धता में हो रहा सुधार

राजस्‍थान : इस महीने भी सरकार को पास करनी होगी ये बड़ी “परीक्षा”…

जयपुर। राजस्‍थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के बाद अब प्रदेश की गहलोत सरकार के सामने इस महीने भी एक और बड़ी “परीक्षा” पास करने की चुनौती खड़ी है। आपको बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की पटवारी भर्ती परीक्षा 23 और 24 अक्टूबर को होने जा रही है। 5 हजार 378 पदों के लिए होने वाली इस सीधी भर्ती परीक्षा का आयोजन 3 घंटे की दो-दो पारियों में होगा।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि 23 अक्टूबर को प्रथम पारी की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक होगी। वहीं, दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी। इसी तरह 24 अक्टूबर को भी इसी समय पर दो पेपर होंगे। परीक्षा को देखते हुए परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी भ्रामक खबर या जानकारी पर विश्वास नहीं करें। चयन बोर्ड द्वारा क्षेत्रीय स्तर के मीडिया में जारी खबरों और बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर प्रकाशित विज्ञप्ति को ही अधिकृत माना जाए। परीक्षार्थी किसी भी तरह की जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.rsmssb.rajasthan.gov.in देख सकते हैं।

बीकानेर : मेधावी विद्यार्थियों को मिलेगा विदेश में पढऩे का मौका, राज्य सरकार उठाएगी खर्च, इस योजना के लिए 22 अक्टूबर से कर सकेंगे आवेदन…

बीकानेर : घर-घर हुई घट स्थापना, शारदीय नवरात्रा अनुष्ठान शुरू, देवी मंदिरों में हुई पूजा-अर्चना…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular