Tuesday, April 22, 2025
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बीकानेर : ‘‘विश्व धरोहर सप्ताह’’ कार्यक्रम के समापन समारोह का हुआ आयोजन

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बीकानेर abhayindia.com  बेसिक पी.जी. महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में ‘‘विश्व धरोहर सप्ताह’’ के समापन अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. बी. एल. भादाणी, पूर्व विभागाध्यक्ष इतिहास, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़, विशिष्ट अतिथि निरंजन पुरोहित, अधीक्षक बीकानेर वृत्त पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, बीकानेर एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने महाविद्यालय में पधारे हुए अतिथियों का स्वागत उद्बोधन करते हुए बताया कि ‘‘विश्व धरोहर सप्ताह’’ प्रति वर्ष 19 नवम्बर से 25 नवम्बर तक पूरे विश्व में मनाया जाता है ताकि लोगों को सांस्कृतिक विरासत और इसके संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके।

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कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. बी. एल. भादाणी ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि 1983 में यूनेस्को की महासभा द्वारा अनुमोदित ‘‘विश्व धरोहर दिवस’’ के रूप में 18 अप्रेल को घोषणा की ताकि मानव जाति की सांस्कृतिक विरासत के महत्व के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़े साथ ही इसके उद्देश्य से मानव विरासत की रक्षा और संरक्षण करने के मुख्य कारण को लोग समझ सके। डॉ. भादाणी ने बताया कि प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपरा को जानने के लिए ये बहुत आवश्यक है कि अमूल्य विविध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक स्मारकों की रक्षा करते हुए उन्हें संरक्षित किया जाये।

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कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि निरंजन पुरोहित ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए आने वाली पीढ़ियों के बीच ज्ञान के महत्व पर जोर देने कि आवश्यकता है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न महत्त्वपूर्ण स्थलों एवं सांस्कृतिक स्मारकों को संरक्षित करने के प्रयासों पर बल दिया जाता है।

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इस अवसर पर डॉ. रितेश व्यास ने भी धरोहर संरक्षण पर अपना विचार प्रकट करते हुए छात्रों को इतिहास में धरोहर संरक्षण का महत्व बताया। कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए स्मृति चिह्न भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय व्याख्याता डॉ. मोहित गहलोत द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय व्याख्याता डॉ. सीमा चावला, डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. कमलकान्त शर्मा, सौरभ महात्मा आदि उपस्थित रहे।

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