Friday, May 17, 2024
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बीकानेर : पुलिस ने फायरिंग की वारदात का किया राजफाश, परिवादी बन गया अब आरोपी, ऐसे रची कहानी…

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बीकानेर Abhayindia.com नयाशहर थाना क्षेत्र में फायरिंग की घटना का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। मामले में परिवादी ही अब आरोपी बन गया है। परिवादी माधव पारीक के स्वयं के हाथ से हथियार मे फंसी गोली निकालते वक्त गोली चली तथा स्वयं के पैर मे लग गई। माधव ने इसे एक अवसर मानते हुए स्वयं पर फांयरिग होने की घटना के तथ्य बढा-चढाकर अपने विरोधियों के विरूद्ध एर्फआइआर दर्ज करवा दी।

घटनाक्रम के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली कि नयाशहर थाना क्षेत्र में फायरिंग की घटना हुई है। घटना की गभीरता को देखते हुए  जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव व अति. पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार के निर्देशन तथा वृताधिकारी वृत नगर दीपचंद आरपीएस के सुपरविजन में थानाधिकारी थाना नयाशहर गोविन्द सिंह चारण, डीएसटी प्रभारी महेन्द्रदत्त, रणवीरसिंह उनि प्रभारी ओपी मुक्ताप्रसाद नगर, गजेन्द्रसिंह हैडकानि, रामचन्द्र हैडकानि, बुधराम कानि, मुखराम कानि थाना नयाशहर एवं डीएसटी टीम महावीर हैडकानि,  कानदान हैडकानि, योगेन्द्र कानि, पूनमचंद डीआर की टीम ने तेजी से अनुसंधान कतरे हुए घटना का राजफाश कर दिया। परिवादी माधव पारीक पुत्र स्वरूपशंकर जाति पारीक उम्र 19 साल निवासी पारीक चौक बीकानेर ने पुरानी रंजिश बताते हुए पीयूष राणा व भानुप्रताप पर फांयरिग कर जानलेवा हमला करने का पर्चा बयान दिया लेकिन प्रारम्भ से ही परिवादी घटनास्थल के बारे में अलग-अलग बयान पहले भीमनगर मे घटना होना कथन किया फिर बंगलानगर मजिस्द के पीछे गली में घटना होना कथन किया। फिर चौधरी धर्मकांटा के पीछे गली मे घटना होना बताया। इस बीच पुलिस को प्रारंभिक जांच में परिवादी सदिग्ध लगा। प्रार्थी की कुंडली खंगालने पर सामने आया की प्रार्थी पिछले 06-07 माह से अपने घर से गायब है तथा घर पर नही आता है तथा पूर्व मे एफआईआर में प्रार्थी ने जो नामजद रिपोर्ट दी उनके रजिंश चल रही है तथा प्रार्थी माधव ने पूर्व में इसी के चलते जेल भी जाकर आया है इस पर पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया तो जरिये मुखबिर सूचना मिली की घटना क्रम परिवादी माधव पारीक के स्वयं के हाथ से हथियार मे फंसी गोली निकालते वक्त गोली चली तथा स्वयं के पैर मे लग गई। माधव ने इसे एक अवसर मानते हुए स्वयं पर फांयरिग होने की घटना के तथ्य बढा-चढाकर अपने विरोधियों के विरूद्ध एर्फआइआर दर्ज करवा दी।

संपादकीय : “अभय इंडिया” की स्‍थापना का बेमिसाल एक दशक, निष्‍पक्ष पत्रकारिता के बूते किया 11वें वर्ष में प्रवेश…

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