Sunday, May 19, 2024
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बीकानेर : स्वरोजगार में कारगर होगा पेस्टिसाइड मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स, कृषि अनुसंधान केन्द्र में शुरू हुआ प्रशिक्षण…

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बीकानेरAbhayindia.com कीटनाशक दवा विक्रेता डीलर अपना स्वरोजगार शुरू कर सके, इसके लिए उन्हें कृषि वैज्ञानिक प्रशिक्षित कर रहे हैं।

कृषि अनुसंधान केंद्र में शुरू हुआ पेस्टिसाइड मैनेजमेंट कोर्स, बता रहे हैं निदेशक पीएस शेखावत

 

इसके लिए रविवार से कृषि अनुसंधान केन्द्र पर पेस्टिसाइड मैनेजमेन्ट के डिप्लोमा कोर्स शुरू किया गया है। यह कोर्स १२ सप्ताह चलेगा। प्रत्येक रविवार को स्वामी केशवानन्द कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान केन्द्र परिसर में कराया जाएगा। वर्तमान में इसमें जिले के 40 डीलर भागीदारी निभा रहे हैं।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत सरकार की ओर से नेशनल इस्टीट्यूट ऑफ प्लॉट हैल्थ मैनेजमेन्ट हैदराबाद के माध्यम से स्वीकृत किया गया है। नोडल ट्रेनिंग इस्टीट्यूट (संस्थान) के तौर पर कृषि अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर को चयनित किया गया। जहां पहले दिन अनुसंधान निदेशक डॉ.पीएस शेखावत ने डीलरों को बताया फसलों में किस तरह की कीट लग जाते हैं, जिससे बचाव के लिए किसी तरह के उपाय किए जाए। उस पर कौनसा कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं। ताकि फसल को सुरक्षित रखा जा सके। शेखावत ने बताया कि इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक इन डीलरों को प्रशिक्षण देंगे, जिससे वो ऐसे उत्पाद काश्तकारों तक दे सकेंगे, जिससे उनकी फसल की पैदावार में वृद्धि होगी, और जब पैदावार में वृद्धि होगी, तो डीलरों की ख्याति भी बढ़ेगी।

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साथ ही इस कोर्स के दौरान इनको जो सर्टिफिकेट मिलेगा, उससे जरिए यह डीलर अपना स्वय का स्वरोजगार शुरू कर सकेंगे। उन्होंने ने बताया कि हमारे यहां के वैज्ञानिक के द्वारा कीट-रोग प्रबंधन के बारे में सैद्धांतिक व व्यावहारिक जानकारी दी जाएगी। पेस्टिसाइड की फसल उत्पादन में भुमिका व उनके दुष्प्रभाव के बारे में अवगत कराया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रिय निदेशक डॉ. एस. आर. यादव केन्द्र की गतिविधियां और परियोजनाओं के बारे में अवगत करवाया। वानविकी विशेषज्ञ डॉ. इन्द्र मोहन वर्मा ने डिप्लोमा कोर्स की उपयोगिता के बारे में बताया। संचालन डॉ. बी. डी. एस. नाथावत (पौध व्याधि विशेषज्ञ) ने किया। डॉ. नरेन्द्र सिंह ने आभार जताया।

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