








बीकानेर Abhayindia.com जिला कलक्टर नमित मेहता ने शनिवार को आईजीएनपी की कानासर वितरिका और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के शोभासर स्थित रॉ वाटर रिजर्व वायर का निरीक्षण किया। पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट कैनाल के पांचवे पम्पिंग स्टेशन से 36 किलोमीटर लंबी वितरिका द्वारा शोभासर जलाशय के माध्यम से बीकानेर शहर को पेयजल एवं 9 डिच माइनर के माध्यम से सिचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाता है।
आईजीएनपी के अधीक्षण अभियंता विवेक गोयल ने वितरिका की कार्यप्रणाली और जल वितरण प्रक्रिया के बारे में बताया। अधिशाषी अभियन्ता राजकुमार यादव ने बताया कि पूरे वर्ष चलने वाली इस नहर से सिचाई पानी की चोरी नहीं हो, इसके मद्देनजर विभाग द्वारा प्रभावी पेट्रोलिंग की जाती है।
पुलिस की स्थायी नियुक्ति हो…
अभियंता ने यहां पुलिस के जवानों को स्थाई रूप से नियुक्त करने की आवश्यकता जताई। जिला कलक्टर ने कहा कि विभागीय अधिकारी नहरी क्षेत्र के नियमित दौरे करें तथा किसानों की वाजिब समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान करने का प्रयास करें। उन्होंने शोभासर के रॉ वाटर रिजर्व वायर में पानी की उपलब्धता एवं इसके वितरण के बारे में जाना। उन्होंने जलाशय परिसर के बाहर कीकर कटवाने और रोड लाइट चालू करवाने के निर्देश दिए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता अंकुर ने बताया कि शनिवार को जलाशय में 3.3/5.5 मीटर पानी उपलब्ध था, जो शहर में 10 दिन की सप्लाई के लिए पर्याप्त है। इस दौरान उन्होंने जलाशय की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तथा ग्रामीणों की समस्याएं सुनी।
प्रदेश : वन धन योजना में उभरते राज्य का प्रथम पुरस्कार, ट्राईफेड के स्थापना दिवस पर केंद्रीय जनजाति मंत्री ने दिया पुरस्कार…
जयपुर Abhayindia.com भारतीय जनजाति सहकारी विपणन विकास संघ लिमिटेड (ट्राईफेड) के 34वें स्थापना दिवस पर 6 अगस्त को नई दिल्ली में केन्द्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुण्डा की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर 28 राज्यों एवं 5 केन्द्र शासित प्रदेशों में ट्राईफेड की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव शिखर अग्रवाल तथा जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी के कुशल नेतृत्व एवं उल्लेखनीय योगदान के फलस्वरूप राजस्थान को वन धन योजनान्तर्गत उभरते हुए राज्य का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार राजस्थान द्वारा वन धन योजना के द्वितीय चरण में एक साथ 290 वन धन विकास केन्द्र गठित किए जाने के लिए दिया गया। राजस्थान को वन धन योजना में ही अधिकतम 104 उत्पाद तैयार कर विपणन किए जाने के लिए देश में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान के 6 जनजाति स्वंय सहायता समूहों को ट्राईबल टैक्सटाईल, मेटल क्राफ्ट, ट्राईबल पेंटिंग, टेराकोटा एवं स्टोन पोट्री एवं उपहार सामग्री तैयार किये जाने के लिए विभिन्न स्तरों पर पुरस्कृत किया गया। इसी क्रम में ट्राईफेड की ओर से राज्य स्तर पर 7 वन धन विकास केन्द्रों को 5 विभिन्न श्रेणियों में 15 पुरस्कार प्रदान किए गए।
अग्रवाल ने योजना से जुड़े हुए समस्त जिला, ब्लॉक एवं फील्ड स्तर के अधिकारियों, कार्मिकों तथा एजेन्सियों को उनके परिश्रम एवं सतत प्रयासों के लिए इस अवसर पर बधाई दी।





