जयपुर। राजपूत समाज की आज राजपूत सभा भवन में एक बैठक बुलाई गई। बैठक में आनंदपाल एनकाउंटर केस और सांवराद में हुए उपद्रव के मामले सवाल उठाए गए।
अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने कहा कि जिन्होंने उपद्रव किया उनका नाम एफआईआर में नहीं है। वहीं समाज सेवा कर रहे लोगों की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस अधिकारी सच्चाई के साथ काम करें। किसी के दबाव में आबर पुलिस कार्य कर रही है।
आनंदपाल एनकाउंटर केस और सांवराद में हुए उपद्रव के मामले में सीबीआई जांच तथा चार्जशीट को लेकर सर्व राजपूत समाज संघर्ष समिति ने मोर्चा खोल लिया है।
उन्होंने प्रकरण की छ माह बाद सीबीआई को जांच सौपे जाने पर सवाल उठाते हुए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से पुनि: जांच करवाने की मांग की। लोटवाडा ने कहा कि एनकाउंटर को सही तरीके से जस्टिफाई नहीं किया गया है। 12 जुलाई तक सरकार सकारात्मक जवाब की उम्मीद है नहीं तो आंदोलन किया जाएगा।
माना जाा रहा है कि समाज की ओर से इस मसले पर नई दिल्ली जाकर भाजपा के राजपूत नेताओं से मुलाकात की जा सकती है। समाज के नेता इस बात से नाराज है कि संघर्ष समिति से जो समझौता हुआ था उसकी पालना भी नहीं की जा रही है।
इससे पहले प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी कहा था कि सीबीबाई ने तो न्याय मांगने वालों को ही अपनी चार्जशीट में आरोपी बना डाला और ऐसा तो पहली बार देखने में आया है। खाचरियावास ने कहा कि आनंदपाल मामले में मुठभेड की सीबाआई जांच अब सवालों के घेरे में दिख रही है।