![Ad](/wp-content/uploads/2024/07/alpha-bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/07/fm-collection.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/07/Max-Internation-school-bikaner-1.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/05/synthesis-update.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/06/abhiprerana-coching-bikaner-1.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/05/Maghi-Devi-Saraswati-School.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/06/Basic-PG-College-bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/07/Vidya-Bharati-School.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/07/Rainbow-Classes-Bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/07/sister-nivedita-girls-college-1.jpg)
जयपुर Abhayindia.com संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि प्रदेश के संस्कृत शिक्षा महाविद्यालयों में व्याख्याताओं के 144 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रशासनिकं एंव वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होते ही अभ्यर्थना राजस्थान लोक सेवा आयोग को भिजवाने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में विद्या संबल योजना के अन्तर्गत 48 व्याख्याताओं को लगाया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि रिक्त पदों को भर्ती एवं पदोन्नति के माध्यम से भरे जाने की कार्यवाही शीघ्र की जाएगी।
डॉ. कल्ला प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि प्रदेश में जिन नये राजकीय संस्कृत महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई है, उन महाविद्यालयों के लिए भूमि आवंटन करने के सम्बंध में मुख्य सचिव स्तर से आदेश जारी किये गये है। इससे पहले विधायक सतीश पूनिया के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में संस्कृत शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में संस्कृत शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 14 राजकीय आचार्य एवं 17 राजकीय शास्त्री महाविद्यालय संचालित हैं। उन्होंने इन महाविद्यालयों में स्वीकृत तथा रिक्त पदों का विवरण सदन के पटल पर रखा।
संस्कृत शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने 29 सितम्बर 2022 को राजस्थान संस्कृत शिक्षा (महाविद्यालय शाखा) सेवा नियम बना दिए हैं। उन्होंने बताया कि संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रस्ताव प्राप्त होने पर प्रशासनिक विभाग से स्वीकृति उपरान्त वित्त विभाग से स्वीकृति प्राप्त कर अतिरिक्त बजट का प्रावधान करवा दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2023-24 के राज्य बजट में प्रदेश में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बूंदी, बारां, झालावाड़, करौली, भीलवाड़ा, नागौर, पाली, टोंक, सिरोही, जालौर, जैसलमेर, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों में संस्कृत महाविद्यालय शुरू करने की घोषणा की है। इससे समस्त जिलों में संस्कृत महाविद्यालय स्थापित हो जायेंगे। इसी प्रकार साबूवाना (टिब्बी) में संस्कृत महाविद्यालय एवं मारवाड़ (मुण्डवा)-नागौर में शास्त्री स्तर का राजकीय महाविद्यालय खोलने तथा राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, हमीरगढ़–भीलवाड़ा को शास्त्री स्तर पर क्रमोन्नत करने की भी बजट में घोषणा की गई है।
![Ad](/wp-content/uploads/2024/06/Angel-English-School-Bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/05/ND-Modern-School-Bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/04/nrk-computer-typing.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/02/Elixir-International-School-Bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/05/development-ultrasound.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/04/roopji-1.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2021/12/Dr-Shayam-Agarwal-Hospital-Bikaner-1.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2024/02/Juhi-Flowers.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2023/03/Mn-Hospital-Bikaner.jpg)
![Ad](/wp-content/uploads/2023/10/Narayan-Vihar.gif)