जयपुर abhayindia.com प्रदेश के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री भंवरलाल मेघवाल अपने बड़बोलेपन के कारण एक बार पिफर विवादों में आ गए हैं। गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र सुजानगढ़ में एक कार्यक्रम में मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस को अनुसूचित जाति (दलित) के वोट तो भंवरलाल मेघवाल ही दिला सकता है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कहने से यह वोट नहीं मिलेंगे। मेघवाल के इस विवादास्पद बयान के बाद सीएम गहलोत की प्रतिक्रिया हालांकि सामने नहीं आई है, लेकिन कहा जा रहा है कि सरकार इसे गंभीरता से लेगी।
कार्यक्रम में मेघवाल यहीं पर नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कह दिया है कि मेरी जेब में तो कुछ है नहीं और आप काम कुछ करते नहीं हैं। मेघवाल ने कहा कि मंडावा विधानसभा सीट के उपचुनाव में जाने के लिए सीएम अशोक गहलोत का मेरे पास दो बार फोन आया, लेकिन मैंने कह दिया, मैं 12 अक्टूबर से पहले नहीं जाऊंगा, मेरे कई कार्यक्रम पहले से तय हैं। मैंने सीएम से कह दिया कि आप कहेंगे तो चुनाव जिता दूंगा और यदि आप कहेंगे तो हरा दूंगा।
आपको बता दें कि मेघवाल उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के खास समर्थक हैं। प्रदेश की सत्ता में आने के बाद से ही गहलोत-पायलट के बीच चल रही आपसी खींचतान से जूझ रही कांग्रेस अब मेघवाल के ताजा बयान से मुश्किल में नजर आ रही है।