जयपुर abhayindia.com भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर स्थित श्रीगंगानगर जिले में दो दिन पहले पाकिस्तान से उडकर आए एक कबूतर को विशेष परीक्षण के लिए आज बीकानेर लाया जाएगा। इसके बाद इसे चिडिय़ाघर में भेज दिया जाएगा। िफलहाल उसकी मेहमान नवाजी शानदार तरीके से हो रही है। उसे एसी की हवा के बीच रखा गया है। उसके परों पर उर्दू भाषा में बहुत कुछ लिखा हुआ है, जो लिखा है उसे तो समझ लिया गया है। पिंजरे में कैद कबूतर की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उसकी सुरक्षा में एक एसआई और दो सिपाही लगे हुए हैं।
आपको बता दें कि सीमा क्षेत्र के गांव 61 एफ में सुखदेव सिंह बावरी को शनिवार सुबह खेत में पेड़ के नीचे कबूतर मिला था। सूचना मिलने पर सीमा सुरक्षा बल अधिकारियों व पुलिस ने मामले की जांच की। उसी शाम कबूतर थाने में लाया गया। कबूतर के परों पर उर्दू में उस्ताज अख्तर व 5 से शुरू होने वाली दस अंकों की एक संख्या (संभवत: मोबाइल नंबर) लिखी हुई थी। वहीं दायें साइड के पंखों में धुंधला सा शब्द लिखा ‘इरफान’ या ‘मरफान’ लिखा है। सुरक्षा बल अधिकारियों की मानें तो कबूतर किसी का पालतू है और पाकिस्तान क्षेत्र से रास्ता भटकर इधर आ गया है।
सब जानते हैं कि पाकिस्तान में वहां की आवाम कबूतरबाजी के शौक के लिए कबूतर पालती है। प्रारंभिक तौर पर यह पाकिस्तान कबूतर कबूतरबाजी के किसी शौकीन का माना जा रहा है। उसने संभवतया कबूतर पर उर्दू भाषा में पहचान के लिए मुहर लगाई है, लेकिन श्रीकरणपुर पुलिस और इंटेलिजेंस की टीम प्रत्येक एंगल से उसकी जांच कर रही है।