Monday, March 10, 2025
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आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

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बीकानेर Abhayindia.com आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी में 8 और 9 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर “महिला उत्थान: शक्ति और प्रगति की आवाज़” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, नेतृत्व, वित्तीय स्वतंत्रता, कानूनी अधिकारों, सामाजिक न्याय, स्वास्थ्य, साहित्य और प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श करना था। संगोष्ठी का आयोजन महिला प्रकोष्ठ, आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया, जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत महिला प्रकोष्ठ की संयोजक, डॉ. त्रिप्ति सोनी के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने इस संगोष्ठी के प्राथमिक उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मंच महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े चुनौतियों, अवसरों और समाधान पर गहन विचार-विमर्श करने के लिए समर्पित है। आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष, डॉ. जी.एस. राठौड़, ने कहा कि “सच्चा महिला सशक्तिकरण तभी संभव है जब महिलाओं को समान शिक्षा, नेतृत्व और रोजगार के अवसर दिए जाएं।“ आईक्यूएसी निदेशक, डॉ. पी.एस. शेखावत ने भी महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “समाज की प्रगति तभी संभव है जब महिलाओं को समान अवसर, सुरक्षा और स्वायत्तता प्रदान की जाए।“ रजिस्ट्रार, डॉ. दीपाली गुप्ता, ने शिक्षा और कौशल विकास को महिला सशक्तिकरण का आधार बताया, जबकि डीन अकादमिक्स, डॉ. बी.एस. राठौड़, ने शैक्षणिक संस्थानों में लैंगिक समानता और समावेशी नीतियों की आवश्यकता पर जोर दिया।

इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. साधना भंडारी, प्रोफेसर, लोक प्रशासन, राजकीय डूंगर कॉलेज, बीकानेर ने भाग लिया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में महिलाओं के नेतृत्व में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करते हुए कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नीति-निर्माण और प्रशासन में उनकी सक्रिय भूमिका आवश्यक है। इसके अलावा, अतिथि विशेष के रूप में डॉ. अर्पिता गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता और महिला प्रकोष्ठ, आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी की बाह्य सदस्य, ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए सामुदायिक भागीदारी और सामाजिक सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि नारी सशक्तिकरण केवल एक व्यक्ति या संस्था की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की सामूहिक जिम्मेदारी है।

संगोष्ठी में विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रोफेसर डॉ. अभिनव शर्मा, लोक प्रशासन विभाग, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, ने “कानूनी अधिकार और सामाजिक न्याय: महिलाओं के लिए चुनौतियां और समाधान” विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने महिलाओं के कानूनी अधिकारों की सुरक्षा और नीति-निर्माण में उनकी भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।

आईएमआई कोलकाता की सहायक प्रोफेसर, डॉ. रुचि शर्मा, ने “महिलाएं और विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं अनुसंधान: लैंगिक अंतर को पाटना” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने STEM (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्रों में महिलाओं की कम भागीदारी पर चिंता व्यक्त की और संस्थागत समर्थन और संरक्षकता की आवश्यकता पर जोर दिया। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर की सहायक प्रोफेसर, डॉ. संतोष कंवर शेखावत ने “महिला सशक्तिकरण और भारतीय सिनेमा” विषय पर अपने विचार साझा किए। प्रो. रजनी रमन झा, संस्कृत विभाग, राजकीय पीजी कॉलेज, लूनकरनसर, ने “भारत में महिलाएं: प्राचीन काल से आधुनिक युग तक का सफर” विषय पर चर्चा की और महिलाओं की ऐतिहासिक भूमिका से लेकर आधुनिक समाज में उनके योगदान को रेखांकित किया। एडिशनल एसपी डॉ. प्रेरणा शेखावत, बूंदी पुलिस, ने “महिला सुरक्षा में पुलिस की भूमिका” विषय पर व्याख्यान देते हुए कानून प्रवर्तन की भूमिका और महिला सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों को साझा किया। पर्यावरणविद् डॉ. ममता शर्मा, ने “कीटनाशक प्रदूषण और महिलाओं के स्वास्थ्य पर प्रभाव” विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पर्यावरणीय कारक महिलाओं के स्वास्थ्य को किस प्रकार प्रभावित करते हैं। डॉ. रुचि सोनी प्राकृतिक चिकित्सक और आहार विशेषज्ञ, ने “स्वास्थ्य और पोषण: महिलाओं के सशक्तिकरण में आहार की भूमिका” विषय पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त, आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी की फैकल्टी सदस्य, सुश्री ज़ैबा खान, ने “महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम के अवसर” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

संगोष्ठी का समापन महिला प्रकोष्ठ की संयोजक, डॉ. त्रिप्ति सोनी, के समापन भाषण के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि यह संगोष्ठी केवल चर्चा के लिए नहीं, बल्कि समाज में वास्तविक बदलाव लाने के लिए है। धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और महिला प्रकोष्ठ की सदस्य, श्रीमती भवनीत कौर ने प्रस्तुत किया गया। उन्होंने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और सभी प्रमुख वक्ताओं, फैकल्टी मेंबर्स का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी परिवार को इस संगोष्ठी के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और आयोजन समिति के छात्रों – संदीप कुमार पारीक, मानसी प्रजापत, राधिका पाल, सौम्या जोशी और सिमरन सोनावत – के प्रयासों की सराहना की। साथ ही साथ तकनीकी टीम के सदस्य श्री मनीष हर्ष, श्री संजय पारीक, श्री दीप्ति एवं श्री जयंत दास का भी आभार व्यक्त किया। उनके समर्पण और मेहनत ने इस संगोष्ठी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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