








जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में दो साल बाद एक बार फिर सियासी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूपीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने आशंका भी जता दी है। आपको बता दें कि के राष्ट्रपति उम्मीदवार सिन्हा के विधायकों से मुलाकात के दौरान सीएम गहलोत ने महाराष्ट्र और गोवा में हुई सियासी उठापटक के बहाने राजस्थान के सियासी संकट को याद किया। इस बीच, सिन्हा ने भी सरकार गिराने की आशंका जताते हुए षडयंत्र से सावधान रहने की नसीहत दे दी।
सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में भी सरकार गिराने की कोशिश में उस वक्त कमी नहीं रखी थी। खूब ग़ुमराह किया हमारे लोगों को। हमारे लोगों को समझ में आ गई। उनके समझ में आ गई ये बहुत बड़ी बात है। मैं उनका सबका आभारी हूं जिनको समझ में आ गई, क्योंकि हमारी सरकार चली जाती और अभी मैं आपके सामने बैठा ही नहीं होता। गहलोत ने कहा कि आप सबकी दुआओं से मैं बैठा हुआ हूं और मुझे गर्व है कि हमारे साथियों ने साथ दिया। विपक्ष के जो साथी चाहे वो सीपीएम के थे, चाहे बीटीपी के थे और चाहे वो इंडिपेंडेंट थे, सबने हमारा साथ दिया और हम लोग सरकार बचा ले गए, वरना उनका तो पूरा षडयंत्र था।
गहलोत ने कहा कि सरकारें गिराई जा रही हैं, मैं प्रधानमंत्री जी और अमित शाह जी से पूछना चाहूंगा कि 70 साल में आप ये नया फॉर्मूला कहां से लेकर आ गए? थोक भाव में आप एमएलए को खरीदने लग गए। पहले सुनते थे कि कोई इक्का-दुक्का चला जाता था, अब तो थोक भाव में ही 50 लोग सीधे महाराष्ट्र के अंदर चले गए। आप सोच सकते हैं कि नया फॉर्मूला आ गया है। गोवा, मणिपुर, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में नया फॉर्मूला चलाया, लेकिन राजस्थान आपके आशीर्वाद से बच गया।
वहीं, राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने राजस्थान में फिर से सरकार गिराने के षडयंत्र की आशंका जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सावधान रहने की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसा माहौल मैंने कभी नहीं देखा। केवल वे ही राज करना चाहते हैं, दूसरे को राज नहीं करने देंगे। राजस्थान में जो खेल हुआ, अशोक गहलोत को बधाई कि उन्होंने मुकाबला किया और उन लोगों को हराया। लगातार सावधानी की आवश्यकता है, वे कभी भी आक्रमण कर सकते हैं।





