बीकानेर में रंगकर्मियों से संवाद में चारण बोले- नाटक में ‘कैज्युल एप्रोच’ स्वीकार्य नहीं…

बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। नाटक में कैज्युल एप्रोच को स्वीकार ही नहीं करना चाहिये, परफेक्शन ही अनिवार्यता है। इसके लिए बीच का रास्ता है ही नहीं। ये कहना है एनएसडी अध्यक्ष डॉ. अर्जुन देव चारण का। सुदर्शना कुमारी कला दीर्घा में बीकानेर के रंगकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि नाटक पांचवा वेद है, हम … Continue reading बीकानेर में रंगकर्मियों से संवाद में चारण बोले- नाटक में ‘कैज्युल एप्रोच’ स्वीकार्य नहीं…