








बीकानेर abhayindia.com यहां से करीब साठ किलोमीटर दूर श्रीपूनरासर हनुमान मंदिर धाम में गुरूवार से शुरू हुए तीन दिवसीय भादवे मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मंदिर परिसर छोटा पडऩे लगा है। हालांकि एक दिन पहले रवाना हुए श्रद्धालुओं मंदिर में दर्शन कर लौटने शुरू हो गये है, लेकिन जिलेभर से उमड़ रहे श्रद्धालुओं के कारण भारी भीड़ है। वहीं, शनिवार को मेले के मौके पर काफी संख्या में पैदल एवं वाहनों के जरिए लोग पहुचं रहे है।
बीकानेर से रवाना होने वाले पैदल यात्री नोरंगदेसर से पूनरासर पहुंच रहे है, इसके अलावा वाहनों से आने वाले अधिकांश भक्त शेरूणा से पहुंचेंगे। इन यात्रियों के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों ने रास्ते में चाय नाश्ते के अलावा टेण्ट व ठण्डे पानी की व्यवस्था भी की है। ताकि पैदल आने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस गांव में बनी सभी धर्मशालाओं को सुव्यवस्थित किया गया है। पूनरासर पुजारी ट्रस्ट एवं पूनरासर ट्रस्ट ने अपनी अपनी धर्मशालाओं के सभी कमरे खोल दिए है। इस मेले में बीकानेर के साथ–साथ आस–पास के ग्रामीण इलाकों से भी हजारों की तादाद में यात्री पहुंच रहे है।

भक्तों के लिए मंदिर के आस पास सामाजिक संस्थाएं अपनी स्टाल लगा कर भोजन, चाय, नाश्ते, पानी की व्यवस्था करने में जुटी है। पूजा अर्चना के लिए पुजारियों का दल भी पहुंच गया है, जो इस मेले के दौरान पूजा अर्चना करेंगे। इस अवसर पर मन्दिर को रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया है।
श्रद्धालुओं के लिये पग–पग पर सेवा
पैदल यात्रियों के लिए बीकानेर से पूनरासर तक पग–पग पर सेवादार मुस्तैद है। कहीं भोजन तो कहीं चाय–नाश्ते की व्यवस्था हैं। पद यात्रियों पर थकावट हावी नहीं हो इसके लिए तेल मालिस, चिकित्सा की सेवाओं की सुविधा रास्ते में मिल रही है। एक तरफ पद यात्री ऊंट गाड़ों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, दूसरी तरफ मेले की चहल–पहल देखने वालों की भीड़ है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऊंटगाड़ों से भी पूनरासर जा रहे हैं। इस साल बीकानेर से पूनरासर तक ऊंटगाड़ों का किराया 4 हजार रुपए है।





